Warren Buffett Biography in hindi > जब बात हो पैसों की, पैसों के बारे में बेहतरीन समझ की तो वारेन बफेट का नाम ना आये ऐसा हो ही नहीं सकता, वारेन बफेट कौन हैं, इन्हें पैसों के मामलों का विश्व का सबसे समझदार इंसान क्यों कहा जाता है, ऐसी कौन सी बात है इनमे कि इन्हें पैसों का जनक कहा जाता है, सब कुछ बताएँगे, इनके जीवन के एक-एक पहलु से आपको रूबरू भी कराएँगे, बस बने रहिएगा हमारे साथ, क्योंकि हम नहीं करते फिजूल की बात,हमारे वेबसाइट पर होती है सिर्फ और सिर्फ ज्ञान की बात, तो आइये अब शुरू करते हैं।
Warren Buffett Biography in hindi
प्रारंभिक जीवन
वॉरेन बफेट का जन्म 30 अगस्त 1930 को संयुक्त राज्य अमेरिका के ओमाहा के नेब्रास्का कस्बे में एक मध्यमवर्गीय शेयर ब्रोकर के घर में हुआ था। उनके पिता का नाम हॉवर्ड बफेट और माता का नाम लीला स्टाल था। उनके पिता शेयर बाजार के एक अच्छे ज्ञाता, निवेशक और सलाहकार थे जिसके कारण ही वॉरेन बफेट भी इसी क्षेत्र में आये।
जैसा कि हमने पहले ही आपको बताया कि उनके पिता शेयर बाजार के अच्छे ज्ञाता, निवेशक और सलाहकार थे जिसके कारण उन्हें यह क्षेत्र विरासत में मिलती है और वे महज 13 साल की उम्र में ही शेयर बाजार की दुनियां में एंट्री कर लेते हैं और एक दिन पूरी दुनियां में उन्हें शेयर बाजार का सबसे बड़ा चेहरा माना जाने लगा।
वॉरेन बचपन से ही बेंजामिन ग्राहम के बहुत बड़े फैन रहे हैं और वे उनके विचारों से इतने ज्यादा प्रभावित हुए थे कि उनसे सीधा संपर्क साधने के लिए वे कोलंबिया प्रबंधन स्कूल में दाखिला तक ले लिया।
उन्होंने बेंजामिन ग्राहम के नज़दीक रहकर उनके सिद्धांतों को बहुत ही करीब से जाना और समझा। वॉरेन बताते हैं कि शेयर बाजार को एक व्यवसाय के रूप में देखना चाहिए ना कि जुए के रूप में।
उनका मानना रहा है कि शेयर बाजार की बारीकियों को समझते हुए, उसके उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए, फायदे और नुकसान का सटीक आंकलन लगाते हुए पूर्ण समझदारी के साथ जो भी शख्स काम करेगा वह अच्छा-खाशा मुनाफा कमा सकता है, और उन्होंने कमाया भी है।
वे कहते हैं कि वैसे तो शेयर बाज़ार एक जोखिम भरा व्यावसायिक कदम है लेकिन अगर इसके बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करके चालाकी और समझदारी से इसे व्यावसायिक तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह किसी पैसे के पेड़ से कम नहीं है।
शैक्षणिक जीवन
वॉरेन बफेट ने अपनी शुरूआती पढ़ाई वाशिंगटन डीसी के वाड्रो विल्सन हाईस्कूल से तत्पश्चात पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल और उसके बाद कोलंबिया स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट से प्रबंधन की शिक्षा ग्रहण की।
हालाँकि उन्होंने हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल में भी पढ़ाई करने के लिए अप्लाई किया था लेकिन उन्हें वहां पर एडमिशन नहीं मिला उसके बाद उन्होंने दोबारा कोशिश नहीं की और वापिस व्यावसायिक दुनियां में अपनी रूचि दिखाई और अच्छी-खासी सफलता पाई।
पारिवारिक जीवन
वॉरेन बफेट के परिवार में स्वयं वह उनकी पहली पत्नी सुसान थॉम्पसन की यादें (जिनकी 2004 में मृत्यु हो जाती है) तथा उनकी दूसरी पत्नी (एस्ट्रिड मेंक्स जिनसे उन्होंने 2006 में शादी की जिनकी उम्र उस समय 60 साल थी) और सुसान से पैदा हुए उनके तीन बच्चे एलिस, हॉवर्ड और पीटर रहते हैं।
जब वे महज 22 साल के थे और जीवनपथ के रंगमंच पर शानदार प्रदर्शन करते हुए सफलता की सीढ़ियां चढ़ते जा रहे थे तभी उनके जीवन में उनकी Sweet Dream बनकर सुसान थॉम्पसन आती हैं जिनसे वे विवाह कर लेते हैं जिनसे उन्हें तीन औलादें होती हैं जिनके नाम हैं – एलिश, हॉवर्ड और पीटर।
उनकी जो दूसरी पत्नी हैं जिनका नाम एस्ट्रिड मेंक्स है, उनकी वॉरेन बुफेट से मुलाकात भी सुसान थॉम्पसन ने ही करवाया था और तभी से वॉरेन बफेट और एस्ट्रिड मेंक्स एक अच्छे दोस्त बन गए थे।
जैसा कि आमतौर पर देखा गया है कि पश्चिमी देशों में पति-पत्नी के बीच अलगाव होना आम बात है जिसके अंतर्गत वॉरेन और सुसान भी आते हैं क्योंकि उन दोनों के बीच भी अलगाव हुआ था जिसके कारण वे दोनों अलग-अलग रहने लगे थे लेकिन उनमे तलाक नहीं हुआ था। 1977 में वॉरेन बफेट और सुसान थॉम्पसन एक दूसरे से अलग होकर रहने लगे थे और 2004 में सुसान की मृत्यु हो जाती है
लेकिन जब 2004 में सुसान थॉम्पसन की मृत्यु हो जाती है तो उसके दो साल बाद वॉरेन बफेट अपने महिला मित्र एस्ट्रिड मेंक्स के साथ दूसरा विवाह कर लेते हैं। वॉरेन बफेट एक मेहनती, ईमानदार और उदारवादी शख्सियत के रूप में जाने जाते हैं जिसका साक्षात् उदाहरण निम्नलिखित है।
- वॉरेन बुफेट ने पैसे कमाने के लिए कभी भी किसी भी तरह का कोई गलत रास्ता नहीं अपनाया।
- अपने कमाए हुए पैसों को व्यर्थ के कामों और दिखावे करने के लिए कभी भी नहीं खर्च किया।
- उन्होंने अपनी महिला दोस्त से भी दूसरा विवाह तब किया जब उनकी पहली पत्नी की मृत्यु हो गयी।
- अपने रिटायरमेन्ट के समय अपनी जीवन भर की कमाई का एक बड़ा हिस्सा दान में दे दिया।
- उनका मानना है कि पैसों का सही इस्तेमाल तब होता है जब वह सही जरुरतमंद तक पहुंच सके।
व्यावसायिक जीवन
वॉरेन बफेट ने महज 11 साल की उम्र में ही अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत कर दी थी। वे घर-घर जाकर पेपर बांटते थे और कमाए हुए पैसों को इकट्ठा करते थे जैसा कि हमने पहले ही आपको यह बताया कि उनके पिता शेयर बाजार के एक अच्छे ज्ञाता, निवेशक और सलाहकार थे जिसका प्रभाव वॉरेन बफेट पर भी पड़ा और वे महज 13 साल की उम्र में ही शेयर बाजार की दुनियां में कदम रखते हैं।
14 साल की उम्र में वे अपने पैसों से एक जमीन खरीदते हैं और 15 साल की उम्र में वे एक पिन बॉल खरीदते हैं जिसे वे एक सलून में अपनी हिस्सेदारी के साथ रखते हैं, एक छोटे से बच्चे की यह शुरुआत उसे रास आती है और कुछ ही दिनों में वे तीन पिन बॉल के मालिक बन जाते हैं।
कुछ समय बाद उन्होंने एक गैस स्टेशन ख़रीदा जिसमे उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ा लेकिन वे रुके नहीं और एक पर एक व्यावसायिक एक्सपेरिमेंट करते रहे और आज वे बर्कशायर हैथवे के मालिक तो हैं ही साथ ही शेयर बाजार की दुनियां के सबसे समझदार निवेशक भी हैं।
कमाई और संपत्ति
फ़ोर्ब्स के अनुसार वॉरेन बफेट ने 2008 में जब उनकी उम्र 78 साल थी तब लगातार 13 वर्षों से दुनियां के सबसे अमीर व्यक्ति की खिताब अपने पास रखने वाले शख्स बिल गेट्स को पछाड़ते हुए दुनियां के सबसे अमीर आदमी की ख़िताब अपने नाम करा लेते हैं।
अगर हम वॉरेन बफेट के कमाई और संपत्ति की बात करें तो वे 1 बिलियन डॉलर (लगभग 80 अरब रूपये) महीना कमाते हैं और उनकी कुल संपत्ति 117 अरब डॉलर आँकी गई है। इस समय वे दुनियां के Top 5 अमीरों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं। आइये इसी के साथ हम यह भी जान लेते हैं कि इनसे ऊपर जो चार लोग हैं वे कौन हैं।
दुनियां के Top 5 अमीरों के नाम और उनकी कुल संपत्ति :
- पहले नंबर हैं एलोन मस्क, जिनकी कुल संपत्ति 208 अरब डॉलर है।
- दूसरे नंबर पर हैं जेफ़ बेजोस, जिनकी कुल संपत्ति 162 अरब डॉलर है।
- तीसरे नंबर पर हैं बर्नार्ड अरनॉल्ट, जिनकी कुल संपत्ति 128 अरब डॉलर है।
- चौथे नंबर पर हैं बिल गेट्स, जिनकी कुल संपत्ति 126 अरब डॉलर है।
- पांचवें नंबर पर हैं वॉरेन बफेट, जिनकी कुल संपत्ति 117 अरब डॉलर है।
निष्कर्ष
दोस्तों, वॉरेन बफेट के जीवनी से हमें जितनी समझ पैसे कमाने के बारे में मिलती है उससे ज्यादा पैसों को बचाने और उससे कहीं और ज्यादा पैसों के सही इस्तेमाल के बारे जानने में मिलती है क्योंकि उन्होंने पैसा तो खूब कमाया ही लेकिन उसे व्यर्थ कहीं भी खर्च नहीं किया, एक साधारण जीवन शैली को अपनाते हुए उन्होंने अपना जीवन गुज़ारा जिसका उदाहरण है उनका वही पुराना मकान, अपनी कार को खुद ही चलाना और किसी भी तरह की फिजूलखर्ची को ना अपनाना।
हालाँकि लोग उनके इन आदतों का खूब मज़ाक भी उड़ाया करते थे कि वॉरेन बफेट बहुत कंजूस हैं इतनी दौलत का आखिर वे करेंगे क्या, खर्च तो वे करते नहीं, इस बात का करारा जबाब वे इस तरह देते हैं कि पूरी दुनियां दांतों तले उंगली दबा लेती है।
जब 75 साल की उम्र में वॉरेन बफेट व्यावसायिक दुनियां से अपना रिटायरमेन्ट लेते हैं तो वह एक ऐसा एलान करते हैं जिसने पूरी दुनियां में तहलका मचा दिया और उनका एलान था अपनी पूरी जिंदगी की कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा दान करने का, और इस एलान ने उनके आलोचकों का मुंह बंद कर दिया।
वॉरेन बफेट का मानना है कि इंसान को खूब परिश्रम करके ढेर सारा पैसा कमाना चाहिए और कमाए हुए पैसों को व्यर्थ के कामों में ना खर्च करके ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए जिनको उन पैसों की बहुत जरुरत होती है और उन्होंने बिलकुल ऐसा ही किया।
दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके ज्ञान के भंडार को पहले से और बेहतर बनायेगा साथ ही आपको बुद्धजीवियों की श्रेणी में लेकर जायेगा, तो आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ, तब तक के लिए, जय हिन्द-जय भारत।
लेखक परिचय
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