Rich dad Poor dad ( अमीर पिता गरीब पिता ) दोस्तों, यह पढ़ते ही आपके दिमाग में यह सवाल पनप रहा होगा कि आखिर यह क्या है, तो दोस्तों यहाँ पर मै आपको बताना चाहुँगा कि यह एक किताब का नाम है जिसे अमेरिका के मशहूर रियल स्टेट इन्वेस्टर, बिजनेस मैन और बुक राइटर रॉबर्ट कियोसाकी ने लिखा है। “Rich Dad Poor Dad || गरीबी से अमीरी की ओर ले जाने वाली कहानी“।
इस किताब में रॉबर्ट कियोसाकी ने अपने जीवन की उन सभी बातों को विस्तार पूर्वक बताया है जो उन्होने अपने दो डैडियों से सीखा है, दोस्तों अब आपके मन में एक और सवाल पनप रहा होगा कि दो डैडी तो हाँ दोस्तों उनके दो डैडी थे एक अमीर सोच रखने वाले और दूसरे गरीब सोच रखने वाले, तो आइये अब आगे बढ़ते हैं और आज के इस आर्टिकल के बारे में गहराई से चर्चा करते हैं।
Rich Dad Poor Dad || गरीबी से अमीरी की ओर ले जाने वाली कहानी
Rich Dad Poor Dad
रॉबर्ट कियोसाकी एक जापानी – अमेरिकी नागरिक हैं जो अमेरिका के हवाई शहर में रहते हैं, उनके पिता एक प्रोफेसर हैं जो कि यह सोच रखते हैं कि रॉबर्ट अच्छी से पढ़ाई करके कोई अच्छी सी नौकरी करे लेकिन रॉबर्ट को यह पसन्द नही था क्योकि उनके पिता जितनी भी तनख्वाह पाते थे वह सब घर की जरुरतों को पूरा करने में ही खर्च हो जाता था इसलिये रॉबर्ट नौकरी नही करना चाहते थे बल्कि बहुत सारा पैसा कमाना चाहते थे। उनका यह मानना था कि नौकरी करके सिर्फ इंसान अपनी जरुरतें पूरी कर सकता है लेकिन शौक और सपने नहीं। और इसी सोच के कारण वह अपने पिता को गरीब पिता कहते हैं।
दोस्तों, अब आपके मन में यह उत्सुकता हो रही होगी कि आखिर रॉबर्ट के अमीर पिता कौन हैं तो आइये अब हम और आगे बढ़ते हैं और उनके अमीर पिता के बारे में जानते हैं।
रॉबर्ट का एक दोस्त है जिसका नाम माइक है, माइक के पिता हवाई शहर के एक व्यापारी हैं और उनका यह मानना है कि अगर इंसान को अमीर बनना है तो उसे पैसों की समझ विकसिक करनी पड़ेगी और यह सोच नौकरी करके नही बल्कि व्यापार द्वारा ही विकसित किया जा सकता है क्योंकि नौकरी करने वाले के दिमाग का रिमोट किसी और के हाथों में होता है इस वजह से वह अपने दिमाग का स्वतंत्र तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाता और यही वजह है कि वह अपने जीवन में कुछ बड़ा नही सोच पाता।
रॉबर्ट कियोसाकी जब महज नौ साल के थे तभी उनके मन में एक विचार आया कि मेरे पिता जो सरकारी नौकरी करते हैं वह जितना भी पैसा कमाते हैं वह सब घर की जरुरतों को पूरा करने, EMI और सरकार को TAX के रुप में देने में ही खर्च हो जाता है, ये भी कोई जिन्दगी है, मै ऐसी जिन्दगी नही जीना चाहता मै नही चाहता कि बुढ़ापे में मै पैसे की किल्लत को बर्दाश्त करुं इसलिये मै कोई ऐसा काम करुंगा जिससे मै बहुत सारी दौलत कमा सकूं और अपने मन पसन्द का जीवन जी सकूं।
दोस्तों, Motivation का सिद्धान्त यह कहता है कि अमीरी कुछ नही महज एक विचार है और जिसने भी इस विचार का बीज अपने दिमाग में बो लिया और उस बीज को पाल लिया तो वही बीज एक दिन बड़ा पेड़ का रुप ले लेता है और इतनी दौलत दे देता है कि आप उसकी कल्पना भी नही कर सकते और यही बीज रॉबर्ट ने अपने दिमाग में बोया और एक दिन इतनी दौलत कमाई जिसका कोई जबाब नही और महज 47 साल की उम्र में उन्होने अपने बिजनेस से रिटायरमेन्ट ले लिया और अब वे पैसे के लिये काम नही करते बल्कि पैसा उनके लिये काम करता है।
दोस्तों, रॉबर्ट कियोसाकी बताते हैं कि यह सब इतना आसान नही था। इसके लिये एक लम्बा और समझदारी भरा सफर तय करना पड़ा था। जिसके लिये मुझे पैसों की समझ को सीखना पड़ा था जो मुझे मेरे अमीर डैडी ( माइक के पिता ) से मिला था कि अमीर लोग अपने बच्चों को ऐसा क्या सिखाते हैं जो गरीब और मद्ध्यमवर्गीय लोग अपने बच्चों को नही सिखा पाते।
Rich Dad Poor Dad || गरीबी से अमीरी की ओर ले जाने वाली कहानी
Rich dad Poor dad एक ऐसी किताब है जो हर उस व्यक्ति को पढ़नी चाहिये जो जीवन में अमीरी की बुलन्दियों को छुना चाहता है क्योंकि इस किताब में अमीरी की Philosophy को बहुत ही सुन्दर ढंग से पिरोया गया है। इसमें यह बताया गया है कि कैसे इंसान पैसों की समझ को विकसित करके अमीर बन सकता है।
हमने आपको ऊपर बताया कि जब रॉबर्ट कियोसाकी के दिमाग में अमीरी का खयाल आया तो उनकी उम्र महज नौ साल की थी, सपना बहुत बड़ा था मगर रास्ते का कुछ पता नही था कहाँ जाना है, कैसे जाना है इसका कुछ पता नही था। क्योंकि जब वह अपने पढ़े लिखे डैडी से कुछ पुछते थे तो वे कहते थे कि मै एक शिक्षक हूँ मै तो सिर्फ पढ़ाना जानता हूँ और उससे मुझे जो सैलरी मिलती है उसमेंं घर चलाना जानता हूँ और तुम्हे भी यही सलाह दे सकता हूँ कि अच्छी पढ़ाई करो और कोई अच्छी सी नौकरी करो और हाँ अगर वाकई में तुम अमीर बनना चाहते हो तो तुम्हें पैसे बनाना सीखना होगा, पैसे के खेल को समझना होगा और इसके बारे में अगर कोई तुम्हारी मदद कर सकता है तो वो हैं माइक के डैडी क्योंकि वह एक बिजनेस मैन हैं और मैंने सुना है कि उनकी समझ पैसों के बारे में बहुत ही बेहतर है।
इसके बाद रॉबर्ट कियोसाकी ने अपने दोस्त माइक से अपने दिल की बात कही कि यार तुम्हारे डैडी तो इस शहर के बड़े बिजनेस मैन हैं शायद वे हमारी कुछ मदद करें मुझे एक बार अपने डैडी से मिलवाओ इस पर माइक ने कहा ठीक है मै अपने डैडी से बात करुंगा और हम दोनो डैडी से यह जानेंगे कि आखिर बहुत सारे पैसे कैसे कमाये जाते हैं मै भी इस खेल को समझना चाहता हूँ फिर माइक ने अपने डैडी से बात की और मिलने का समय रखा।
समयानुसार रॉबर्ट और माइक दोनों अपने प्रस्ताव के साथ अमीर डैडी के समक्ष प्रस्तुत हुये और यहीं से शुरु होता है उन दोनों की अमीरी का सफर जो एक दिन अमेरिका को दो अरबपति देता है पहला माईक जो अपने पिता का बिजनेस काफी आगे तक ले जाता है और दूसरा रॉबर्ट कियोसाकी जो बड़ा होकर अमेरिका का एक बहुत बड़ा रियल स्टेट इन्वेस्टर, बिजनेस मैन और बुक राईटर के रुप में अपनी पहचान बनाता है और Rich dad Poor dad जैसी किताब लिखता है जो दुनियाँ के करोड़ो लोगों द्वारा पढ़ी गई किताब है जिसने अमीरी का सपना देखने वालों की जिन्दगी ही बदल दी।
जैसा कि हमने ऊपर पढ़ा कि राबर्ट के अमीर डैडी ( माइक के डैडी ) हवाई शहर के बड़े बिजनेस मैन थे और उनमें पैसे कमाने की बेहतरीन समझ थी और उससे कहीं ज्यादा उनमें पैसे बचाने की भी समझ थी।
दोस्तों, एक कहावत है कि अगर पैसा कमाना एक कला है तो पैसा बचाना उससे भी बड़ी कला है और यह दोनों ही कला इंसान को अमीर बनाने का सबसे बड़ा जरिया माना जाता है।
अमीर डैडी ने देखा कि उन दोनों बच्चों में अमीर बनने की इच्छा पैदा हुई है इसलिये वे चाहते थे कि इन्हे कुछ इस तरह की सीख दी जाये जिससे इनके अन्दर की आग को जगा दिया जाय और उन्होने इसका प्लान बनाया और उनके आगे एक शर्त रखी कि अगर तुम मुझसे अमीरी का मंत्र सीखना चाहते हो तो तुम्हे मेरे Store में नौकरी करनी पड़ेगी। हर शनिवार को 3 घन्टे काम करना होगा और मै उसके बदले तुम्हे 30 सेन्ट दिया करुंगा इससे मेरा काम भी हो जायेगा और तुम्हारी सीख और कमाई भी। हालांकि 10 सेन्ट प्रति घन्टे की रकम उस समय काफी कम मानी जाती थी।
अब हर शनिवार को रॉबर्ट और माइक उस Store में काम करने लगे, चार सप्ताह हो गये थे लेकिन माइक की डैडी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नही आई थी इस पर राबर्ट बहुत नाराज था और वह माइक के डैडी से मिलता है और कहता है कि आपने मुझे अमीर बनने का तरीका सिखाने का वादा किया था लेकिन आपने मुझसे कम मजदुरी नें काम करवाया और मुझे कुछ सिखाया भी नहीं अब मै आपके यहाँ काम नही करुंगा आप चीटर हो आपने मेरी मजबुरी का फायदा उठाया और मुझसे कम मजदूरी में काम करवाया।
रॉबर्ट की इस बात पर माइक के डैडी ने जहरीली मुस्कान भरी और राबर्ट से कहा कि मै यही चाहता था कि तुम मुझसे ऐसे ही सवाल करो और फिर शुरु होता है एक ऐसा सबक जो माइक के डैडी द्वारा रॉबर्ट और माइक के जीवन को एक नया आयाम देता है जो उन्हे अमीरी की दिशा में ले जाता है।
रॉबर्ट के अमीर डैडी ( माइक के डैडी ) ने रॉबर्ट और माइक को समझाना शुरू किया कि जिंदगी का सबसे बड़ा पाठ हम तब सीखते हैं जब जिंदगी हमें धक्का देती है। जिसने भी उस धक्के को समझ लिया “जैसे तुम रॉबर्ट” जब तुम मेरे स्टोर में 10 सेंट प्रति घंटे के हिसाब से काम रहे थे तो तुम्हे कैसा महसूस हो रहा था। इस पर रॉबर्ट ने कहा कि मुझे बहुत बुरा लग रहा था जैसे कोई मेरा शोषण कर रहा हो।
अमीर डैडी ने रॉबर्ट से कहा कि जिन्दगी जब हमें धक्का देती है तो हमें उस रुप में अवसर देती है कि हम उसे पहचानें और आगे बढ़ें, जैसे –
- किसी के द्वारा अपमानित किया जाना।
- जीवन में बुरी परिस्थितियों का आना।
- दुनियाँ और समाज द्वारा कम आँका जाना।
- नौकरी में तरक्की न मिल पाना।
- पैसों के लिए प्रेम का ठुकराया जाना।
- व्यापार में फेल हो जाना।
- अमीरों द्वारा शेखी दिखाया जाना।
- गरीबी से ऊब जाना।
- पड़ोसियों का ताना।
- प्रतिद्वन्दियों द्वारा मज़ाक उड़ाया जाना।
दोस्तों, ऊपर दी गई लाइनें हमारे जीवन में जब भी आती हैं तो ये हमें कुछ सिखाने के लिये ही आती हैं और जिसने भी इनसे कुछ सीख लिया वह एक न एक दिन अपने जीवन को बहुत ऊँचाई पर ले के जा सकता है क्योंकि यही जिंदगी द्वारा दिये जाने वाले वे धक्के होते हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करते हैं और हमारे अंदर आग पैदा करते हैं जिसे Success की आग कहते हैं और यही आग एक दिन इंसान को अमीर बना देती है। लेकिन आपकी सोच सकारात्मक होनी चाहिये नकारात्मक नहीं।
दोस्तों, सफलता या असफलता इस बात पर निर्धारित होता है कि किसी भी काम के प्रति आपका क्या नजरिया है, जैसे आधा भरा हुआ पानी का गिलास कोई कहेगा कि यह आधा खाली हैै और कोई कहेगा कि यह आधा भरा है हालांकि दोनो ही पक्ष अपनी – अपनी जगह सही है लेकिन जिसकी जैसी सोच होगी उसकी वैसी ही तक़दीर होगी।
Rich Dad Poor Dad || गरीबी से अमीरी की ओर ले जाने वाली कहानी
अमीरी का सबक : माइक के डैडी ने कहा कि अगर मै तुम्हे कोई भी बात सिर्फ बताऊँगा तो तुम्हे अच्छे तरह से समझ नही आयेगा इसलिये मै चाहता हूँ कि तुम इस सबक को काम करते हुये सीखो।
पैसों के लिये काम मत करो बल्कि पैसों से अपने लिये काम करवाओ : इसका सीधा सा मतलब है कि अमीर लोग पैसों के लिये काम नही करते बल्कि पैसा उनके लिये काम करता है पर कैसे यही बात जो समझ गया वह अमीर बन सकता है।
नौकरी करने वाला इंसान पूरी जिन्दगी पैसों के लिये काम करता है लेकिन जब वह बुड्ढा हो जाता है तो उसके सामने पैसों की समस्या ज्यों कि त्यों बनी रहती है और तब उसे समझ आता है कि मै कल भी गरीब था और आज भी गरीब हूँ। इसका मुख्य कारण था सीमित तनख्वाह, सीमित सोच, सरकारी टैक्स, मकान की EMI, घर का खर्च, बच्चों की पढ़ाई और उनकी शादी आदि।
जबकि बिजनेस करने वाला अपने बुढ़ापे तक एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर चुका होता है क्योंकि एक बिजनेस मैन के सामने नये- नये चैलेन्ज आते रहते हैं जो उसे सोचने पर मजबूर करते रहते हैं इसलिये वह हमेशा कुछ न कुछ सीखता भी रहता है साथ ही कमाये हुये पैसों को वह ऐसी जगहों पर इन्वेस्ट करता है जहाँ पर उसकी दौलत बढ़ती रहती है और उसे यह भी पता होता है कि उसे सरकारी टैक्सों से कब और कहाँ खुद को बचाना है।
पैसों के बारे में अमीर लोग अपने बच्चों को ऐसा क्या सिखाते हैं, जो गरीब और मध्यम वर्ग के माता – पिता नहीं सीखाते !
रॉबर्ट के अमीर और गरीब डैडी की सोच में अंतर :
- रॉबर्ट के पढ़े लिखे डैडी कहते थे कि स्कूल जाओ अच्छे से पढाई करो और अच्छे नम्बर लाओ ताकि अच्छी और सुरक्षित नौकरी मिले जबकि अमीर डैडी का कहना था कि नौकरी करके आप सिर्फ किसी तरह अपने जीवन का गुज़ारा करते हैं जबकि बिजनेस करके आप अपना भी जीवन सवाँरते हैं और लोगों को रोजगार भी देते हैं।
- रॉबर्ट के पढ़े लिखे डैडी कहते थे कि पैसा सभी बुराईयों की जड़ है इसलिए मै पैसे से प्यार नहीं करता जबकि अमीर डैडी का कहना था कि पैसे में बहुत ताक़त होती है इसलिए पैसे से प्यार करना चाहिए।
- रॉबर्ट के पढ़े लिखे डैडी कहते थे कि जेब में जितना पैसा हो उतने के ही सामान खरीदने के बारे में सोचो जबकि अमीर डैडी का कहना था कि अगर चीज पसंद आ जाये तो यह सोचो की तुम इसे कैसे खरीद सकते हो इससे आपका दिमाग सोचना शुरू कर देता है और फिर कोई न कोई रास्ता भी निकल ही जाता है।
- रॉबर्ट के पढ़े लिखे डैडी कहते थे कि कड़ी मेहनत करके पैसा कमाओ ईमानदारी से टैक्स चुकाओ अपना घर चलाओ जबकि अमीर डैडी का कहना था कि सिर्फ कड़ी मेहनत करके आप ज्यादा पैसा नहीं बना सकते उसके लिए आपको पैसे की समझ विकसित करनी पड़ेगी।
- रॉबर्ट के पढ़े लिखे डैडी कहते थे कि रिस्क लेने में खतरा होता है साथ ही नुकसान की सम्भावना भी बनी रहती है जबकि अमीर डैडी का कहना था कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए रिस्क तो लेना ही पड़ता है और रही बात तो नुकसान की तो कुछ पाने के लिए कुछ खोना तो पड़ेगा ही।
Rich Dad Poor Dad || गरीबी से अमीरी की ओर ले जाने वाली कहानी
दोस्तों, रॉबर्ट के जीवन में दो डैडी थे इसलिए वे किसी भी काम को करने से पहले दोनों के ही विचारों के बारे में गहराई से सोचते थे इसी कारण वह और ज्यादा समझदार बन सके।
वैसे अगर देखा जाये तो हमारे जीवन में भी दो डैडी होते हैं और वे हमारे दिमाग में बैठे रहते हैं।
- सकारात्मक सोच ( अमीर डैडी की सोच )
- नकारात्मक सोच ( गरीब डैडी की सोच )
अब चुनाव आपको करना है कि आप किस डैडी को अपने जीवन पर हावी होने देते हैं। जब भी ये दोनों आप पर हावी होने की कोशिश करें तब आपको सावधानी पूर्वक निर्णय लेना पड़ेगा और वही निर्णय आपकी जीवन को दिशा देगा।
रॉबर्ट कियोसाकी जब बड़े हो जाते हैं तब उनके मन में यह विचार आता है कि जो बातें मैने अपने जीवन में सीखी हैं उन्हें क्यों ना उन लोगों तक पहुँचाया जाय जो अमीर बनना चाहते हैं और इसीलिये उन्होने यह किताब लिखी जिसका नाम Rich dad Poor dad है।
इस किताब में जो सबसे खाश बात बताई गई है वह यह है कि अमीर लोग किस तरह पैसों का खेल खेलते हैं जिसके बारे में गरीब और मद्ध्यमवर्गीय लोग नहीं जानते या फिर उनपे गौर नहीं करते।
रॉबर्ट कियोसाकी कहते हैं कि अमीर लोग अपने पैसों को निवेश करते हैं और वही पैसा उन्हे एक दिन अमीर बना देता है जबकि गरीब लोग अपने पैसों को निवेश न करके अपने दायित्व बढ़ा लेते हैं जिस कारण से वे गरीब ही बने रहते हैं।
अमीर लोगों की कुछ विशेषतायें जो उन्हें अमीर बनाती हैं निम्नलिखित हैं :
- अमीर लोग अपने जीवन में हमेशा सतर्क रहते हैं।
- अमीर लोग अपने जीवन में निरंतर सीखते रहते हैं।
- अमीर लोग हमेशा जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं।
- अमीर लोग अपना समय व्यर्थ के कामों में नहीं गँवाते हैं।
- अमीर लोग Past में नहीं Futur में अपना ध्यान लगाते हैं।
- अमीर लोग अवसर का इंतज़ार नहीं करते बल्कि तलाशते हैं।
- अमीर लोग सबसे पहले खुद पर खर्च करते हैं बाद में दूसरों पर।
- अमीर लोग पैसे से पैसे बनाने के फ़िराक में रहते हैं।
- अमीर लोग संपत्ति इकठ्ठा करने में विश्वास रखते हैं।
- अमीर लोग सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने में जुट जाते हैं।
दोस्तों, इस किताब के बारे में मै जितना भी संक्षेप में बता सकता था बता दिया और अधिक जानकारी के लिये आप इसे amazon से खरीद सकते हैं क्योंकि इस आर्टिकल में मै सारी बात आपको नहीं बता पाऊँगा इसके लिये मै क्षमा चाहूंगा।
अन्तत: इस आर्टिकल में कुछ बातें Rich dad Poor dad किताब से लिया गया है बाकी मेरे खुद के अनुभव भी इसमें शामिल हैं जो मैने अपने संघर्ष भरे जीवन से सीखा है।
दोस्तों, आशा करता हूँ की यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा तो फिर सोच क्या रहे हैं इसे Like करें और अपने दोस्तों के साथ Facebook / Whatsapp / Instagram / Twitter पर Share करें।
अगले आर्टिकल में हमारी फिर मुलाकात होगी तब तक के लिए…………जय हिन्द…………जय भारत
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