How to become successful|सफलता का मंत्र > सफलता (Success) की राहों में चलते हुए जब कभी भी आपको थकान महसूस हो……………तो एक पल के लिए रुकना और सोचना उन लोगों के बारे में जिन्होंने कभी आपका मजाक उड़ाया था और जो आपके हार का इंतज़ार कर रहें हैं अगर आप थक हार कर यहां से वापिस जाते हैं तो एक बार फिर वे आपका कितना मज़ाक उड़ाएंगे,जैसे ही आप उन लोगों के बारे में सोचेंगे आपकी सारी थकान मिट जायेगी और आप पुनः नयी ऊर्जा के साथ उठ खड़े होंगे और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए अग्रसर होंगे।
दोस्तों,आज के इस आर्टिकल में हम यह जानेंगे कि ऐसी कौन सी बातें होती हैं उन लोगों में जो सफलता के शिखर पर चढ़ते चले जाते हैं और वहीं पर दूसरे लोग ऐसे लोगों को देखते ही रह जाते हैं,कुछ तो अलग होता ही हैं उन लोगों में जो और लोगों में नहीं होता।
How to become successful|सफलता का मंत्र
इस संसार में हर किसी के पास सिर्फ 24 घंटे ही होते हैं किसी के भी पास 25 या 30 घंटे नहीं होते, बस हमें उन 24 घंटो का सही इस्तेमाल करना होता है क्योंकि गुज़रा हुआ वक्त कभी वापिस नहीं आता जिसने भी अपने उन 24 घंटो का सही इस्तेमाल कर लिया वही एक दिन वक्त का सिकंदर बन जाता है,क्योंकि वक्त किसी का गुलाम नहीं होता, वह कहता है कि अगर आप मेरी कीमत को समझेंगे तभी मै भी आपकी कीमत को समझूंगा लेकिन अगर आपने मुझे बर्बाद करने की कोशिश की तो मै भी आपको बर्बाद करने से नहीं चूकूंगा इसलिए मेरी कीमत को समझना।
तो आइये अब हम आगे बढ़ते हुए आज के Topic के बारे में बात करते हैं कि आखिर सफल लोगों में ऐसी क्या खाश बातें होती है कि वे सफल बन जाते हैं। और असफल लोगों में ऐसी कौन सी खामियां होती हैं जो वे सफल नहीं हो पाते हैं…..?
1 – हर सफल व्यक्ति के पास एक लक्ष्य होता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति ढृढ़ निश्चय होते हैं,जबकि असफल लोगों के पास कोई लक्ष्य नहीं होता है वे लक्ष्यहीन जीवन गुज़ार रहे होते हैं।
2 – हर सफल व्यक्ति अपने समय की कीमत को समझता है वह बेकार के कामों में अपना समय व्यतीत नहीं करता है बल्कि हर वक्त अपने काम के बारे में ही सोचता रहता है,जबकि असफल लोग अपने समय के कीमत को नहीं समझते बल्कि वह हमेशा इधर उधर की बातों में ही अपना वक्त गुज़ारता रहते हैं।
3 – हर सफल व्यक्ति आज जो है उसमें संतुष्ट नहीं होता बल्कि कल क्या और बेहतर कर सकता है उसके बारे में कोई न कोई योजना बनाता रहता है,जबकि असफल लोग आज जो है उसी में संतुष्ट रहते हैं और futur के लिए उनके पास कोई योजना नहीं होती है,उनका मानना होता है कि सोचने से कुछ नहीं होता जो भाग्य में लिखा होगा वही होगा।
4 – हर सफल व्यक्ति यह जानता है कि अगर उसे आगे बढ़ना है तो उसे निरंतर कुछ न कुछ नया सोचना और उसपे कार्य करते रहना होगा,जबकि असफल लोगों का यह मानना होता है कि कुछ नया सोचने और करने में रिस्क होता है अब कौन ले रिस्क छोडो ना जैसे चल रहा है चलने दो।
5 – हर सफल व्यक्ति यह जानता है कि आज उसके पास जितनी जानकारी है वह पर्याप्त नहीं है उसे कुछ नया करने के लिए कुछ नया सीखते रहना होगा,जबकि असफल लोग यह सोचते हैं कि उनके पास जितनी भी जानकारी है वही पर्याप्त है उन्हें और ज्यादा सिखने की जरुरत नहीं है।
How to become successful|सफलता का मंत्र
दोस्तों,आप लोगों ने अक्सर यह देखा होगा कि जो व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने काम में देते हैं इधर -उधर की बातों में ज्यादा ध्यान न देकर अपने काम में ही व्यस्त रहते हैं वे अन्य लोगों के मुकाबले ज्यादा आर्थिक सक्षम होते हैं और जो लोग अपने काम में ध्यान न देकर बेकार की बातों में लगे रहते हैं वे आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं।
अब सवाल यह उठता है किआख़िर सफलता की कसौटी क्या है…….? हाँ दोस्तों अब जब बात सफलता की हो रही है तो यह भी तय होना चाहिए कि आखिर सफलता का पैमाना क्या है…..?सफलता का हर किसी के लिए अलग-अलग मतलब हो सकता है। जैसे……….
1 – एक Student के लिए Exam में Top करना सफलता हो सकता है।
2 – एक प्रेमी के लिए अपनी प्रेमिका को पाना सफलता हो सकता है।
3 – एक नौकरी करने वाले के लिए उसका Promotion सफलता हो सकता है।
4 – एक व्यापारी के लिए व्यापार का विस्तार सफलता हो सकता है।
5 – एक कलाकार के लिए उसके कला का प्रसार सफलता हो सकता है।
इसी प्रकार से हर किसी का सफलता का अपना मतलब हो सकता है और सही मायने में सीधी सी बात यह है कि जो हम चाहते हैं वो हमें हासिल हो जाय यही हमारी सफलता होती है।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर आप चाहते क्या हैं…………………………………….?
आपकी चाहत क्या है…..? अर्थात आप बनना क्या चाहते हैं…..? क्या आपने कोई लक्ष्य निर्धारित किया है…..? यदि नहीं तो सबसे पहले आप कोई एक लक्ष्य निर्धारित करें कि आखिर आपको जाना कहाँ है यह आपको तय करना ही होगा क्योंकि यही सफलता की पहली सीढ़ी है।
दोस्तों इस संसार में जिन लोगों ने भी सफलता के शिखर को पाया है उन लोगों ने कभी न कभी वहाँ तक पहुंचने के लिए अपनी आखों में एक सपना जरूर पाला होगा और यह बात वाकई में सच है कि अगर आपको जीवन में कोई बड़ा लक्ष्य प्राप्त करना है तो आपको सपना तो देखना ही होगा और सिर्फ सपने को देखने से सफलता नहीं मिलती है बल्कि आपको उस सपने को पालना होता है अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना होता है।
अब्दुल कलाम ने कहा था…..सपने वे नहीं होते जो सो कर देखे जाते हैं, बल्कि सपने वे होते हैं जो आपको सोने ही नहीं देते हैं। उन्होंने बिलकुल सच कहा था…..क्योंकि उन्होंने भी एक सपना देखा था, और वे जब अपने सपने के बारे में लोगों को बताते थे तो लोग उनका मज़ाक उड़ाते थे। क्योंकि वे एक गरीब परिवार से थे। जब वे कहते थे कि मै एक साइंटिस्ट बनना चाहता हूँ तो लोग उनका मज़ाक उड़ाते थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और एक दिन ऐसा भी आया जब वे साइंटिस्ट तो बने ही साथ ही भारत के राष्ट्रपति तक बन गए क्योंकि वे रात में नहीं बल्कि दिन में सपने देखते थे।
दोस्तों…..हो सकता है जब आप भी अपने सपने के बारे में लोगों से बात करें तो वे आपका भी मज़ाक उड़ायें लेकिन वहां पर आपको हताश नहीं होना है क्योंकि जब कोई आम आदमी किसी बड़े लक्ष्य (Goal) को पाने की बात करता है तो अक्सर शुरुआत में उसका मज़ाक उड़ाया जाता है लेकिन जब वही इंसान एक दिन सफल हो जाता है तो लोग उसकी इज़्ज़त करने लगते हैं।
अमिताभ बच्चन ने जब फिल्मी दुनियाँ में एंट्री की तब उनकी लगभग एक दर्ज़न फिल्मे फ्लॉप रहीं थी लोगों ने उनका भी बड़ा मज़ाक उड़ाया था और यह भी कहा था कि अब तू वापिस चला जा लम्बू और अपने बाप की तरह तू भी कवि बन जा तेरे बस की फिल्मो में काम करना नहीं है। लेकिन अमिताभ बच्चन को खुद पर विश्वास था और उसी विश्वास ने एक दिन उन्हें वॉलीवूड का शहंशाह बना दिया और वे आज भी शहंशाह ही हैं।
सचिन तेंदुलकर को मद्रास क्रिकेट एसोसिएशन ने रिजेक्ट कर दिया था,लेकिन वे हार नहीं माने और बोले “मै खेलेगा…..मै खेलेगा…..मै खेलेगा…..और क्या हुआ…..? ये आप सभी जानते है। वे एक दिन क्रिकेट के भगवान कहलाये।
अंततः सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता यदि आप सफल व्यक्ति बनना चाहते हैं तो आपको एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा और उसके लिए आपको संकल्पित (Conjectured) होना होगा साथ ही आपको धैर्य (Patient) भी रखना पड़ेगा, निरंतर अपने लक्ष्य (Goal) की तरफ बढ़ते रहना होगा, बाधायें भी आयेंगी उनसे निपटना होगा, आलोचनायें भी होंगी उन्हें बर्दास्त करना होगा, कठिन परिश्रम भी करना होगा, समय की नज़ाकत को समझते हुए अपने जीवन में बहुत सारा परिवर्तन भी लाना होगा तभी आप सफलता का स्वाद चख पाएंगे।
क्योंकि………….. यू हीं नहीं मिलती रही को मंज़िल….. इक जुनून सा दिल में जगाना होता है, पूछा जब किसी ने चिड़िया से………… कि कैसे बना तेरा आशियाना……….? वह बोली,भरनी पड़ती है बार – बार उड़ान, और तिनका – तिनका उठाना होता है।
दोस्तों…..आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, अगर इसमें कुछ कमी रह गयी हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं। मै आगे आने वाले आर्टिकल में उनमें सुधार करने की कोशिश करूँगा, क्योंकि आपका सुझाव मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगा।
अगले आर्टिकल में हमारी फिर मुलाकात होगी जय हिन्द——————————–जय भारत
आपका दोस्त /शुभ चिंतक………. अमित दुबे ए मोटीवेशनल स्पीकर
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