अंतरिक्ष में क्या है ? यह जानने से पहले हम यह जानेंगे कि अंतरिक्ष क्या है, अंतरिक्ष कहाँ है, अंतरिक्ष कैसा दिखता है और अंतरिक्ष में क्या-क्या होता है ? तो आइये अब शुरू करते हैं।
अंतरिक्ष क्या है ?
अंतरिक्ष को इंग्लिश में Space या Outer Space कहते हैं। पृथ्वी से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी से ही अंतरिक्ष की शुरुआत हो जाती है जिसका विस्तार असीमित है। अंतरिक्ष में न रौशनी है और न ही हवा वहाँ जाने के लिए अपने साथ ऑक्सीज़न सिलिंडर ले जाना अनिवार्य है। वैसे तो अंतरिक्ष देखने में खाली-खाली सा दिखता है लेकिन उसमें तारों और ग्रहों, के बीच की जो जगह होती है उसमें गैस और धूल के कण मौजूद होते है।
अंतरिक्ष कहाँ है ?
पृथ्वी से परे वायुमंडल और आकाशीय पिंडो के बीच के क्षेत्र को अंतरिक्ष कहा जाता है जिसका विस्तार असीमित है। अर्थात पृथ्वी की वह सीमा जहाँ पर उसका गुरुत्वाकर्षण काम करना बंद कर देती है वहीं से अंतरिक्ष की शुरुआत हो जाती है।
जैसे – पृथ्वी से चलकर चाँद या मंगल पर जाने वाला अंतरिक्ष यान पृथ्वी की सीमा को पार करते ही तब तक अंतरिक्ष में ही रहेगा जब तक कि वह चाँद या मंगल की सीमा में प्रवेश ना कर जाए।
अंतरिक्ष कैसा दिखता है ?
अंतरिक्ष में वैसे तो देखने को ज्यादा कुछ नहीं है चारों तरफ घोर अंधेरों के बीच तारे जरूर अपनी चमक बिखेरते रहते हैं। हाँ पिंड भी तो मौजूद हैं , आखिर हमारी पृथ्वी भी तो एक पिंड ही हैं जो ग्रहों के नाम से जाने जाते हैं।
अंतरिक्ष ब्रह्मांड का वह क्षेत्र हैं जो तारों और ग्रहों के बीच मौजूद है। ग्रहों, नक्षत्रों, तारों, उल्काओं और उपग्रहों आदि से सुसज्जित है। अंतरिक्ष में तारे ऐसे चमकते हैं जैसे पृथ्वी पर अँधेरे में जुगनू चमकते हैं। लेकिन तारों की चमक अंतरिक्ष में प्रकाश नहीं फैला पाते हैं इसलिए अंतरिक्ष में अँधेरा रहता है।
अंतरिक्ष में क्या है ?
- अंतरिक्ष में अँधेरा है।
- अंतरिक्ष में गृह हैं।
- अंतरिक्ष में उपग्रह हैं।
- अंतरिक्ष में नक्षत्र हैं।
- अंतरिक्ष में तारे हैं।
- अंतरिक्ष में गैलेक्सी हैं।
- अंतरिक्ष में नाइट्रोज़न है।
- अंतरिक्ष में हीलियम है।
- अंतरिक्ष में चुम्बकीय क्षेत्र भी हैं।
- अंतरिक्ष में खतरनाक रेडिएशन भी हैं।
अंतरिक्ष में क्या नहीं है ?
- अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं है।
- अंतरिक्ष में ऑक्सीज़न नहीं है।
- अंतरिक्ष में जीवन नहीं है।
- अंतरिक्ष में स्थायित्व नहीं है।
- अंतरिक्ष में रौशनी नहीं है।
- अंतरिक्ष में पानी नहीं है।
- अंतरिक्ष में हवा नहीं है।
- अंतरिक्ष में ध्वनि नहीं है।
- अंतरिक्ष में दिशा नहीं है।
- अंतरिक्ष की कोई सीमा नहीं है।
आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके जानकारियों की सूची में चार-चाँद लगाएगा तथा आपको और ज्यादा जानकार बनाएगा।
अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, तब तक के लिए, जय हिन्द-जय भारत।
लेखक परिचय
इस वेबसाइट के संस्थापक अमित दुबे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं, एक Youtuber & Blogger हैं, किताबें पढ़ने और जानकारियों को अर्जित करके लोगों के साथ शेयर करने के शौक के कारण सोशल मीडिया के क्षेत्र में आये हैं और एक वेबसाइट तथा दो Youtube चैनल के माध्यम से लोगों को Motivate करने का काम कर रहे हैं।
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