दोस्तों, जब भी हमारे बीच Sex शब्द की चर्चा होती है तो हमारे मन में नकारात्मक विचार आने लगते हैं जबकि यह शब्द इतना नकारात्मक नहीं है जितना हम लोगों ने इसे बना रखा है इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे कि आखिर क्या है > “सेक्स रूपांतरण का रहस्य“।
एक कहावत है कि हर सफल व्यक्ति के कामयाबी के पीछे किसी न किसी महिला का हाथ होता है यह बिलकुल सत्य है कि हर सफल व्यक्ति के कामयाबी के पीछे किसी न किसी महिला का हाथ होता है लेकिन वो बात अलग है कि लोग इसे स्वीकारते नहीं हैं क्योंकि इसके पीछे वो बहुत सी कहानियाँ होती हैं जो पुरुष शायद किसी को बताना नहीं चाहते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम इन्ही बातों पर गहराई से चर्चा करेंगे कि आखिर वो कौन सा रहस्य है जिसके द्वारा लोग महिला के कारण जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को छू लेते हैं और सफल व्यक्तियों की सूची में खुद को दर्ज करा लेते हैं।
सेक्स रूपांतरण का रहस्य
सेक्स रूपांतरण का रहस्य
जब से इस सृष्टि की रचना हुई है तभी से इस मानव समाज में महिलाओं का अपना एक अलग स्थान रहा है एक महिला कभी बेटी, कभी बहन, कभी पत्नी तो कभी माँ के रूप में हमारे जीवन का हिस्सा रही है उसकी त्याग और बलिदान की जितनी भी तारीफ की जाय कम ही होगी। लेकिन हमारा पुरुष प्रधान समाज महिलाओं के प्रति हमेशा ही कुछ नकारात्मक भूमिका में पेश आता रहा है।
प्रकृति ने इस संसार में सभी खूबसूरती को एक महिला के अंदर समाहित किया हुआ है और महिला की यही खूबसूरती पुरुष को अपनी तरफ आकर्षित करती है जिसकी वजह से पुरुष महिला को प्रसन्न करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाता है।
आप लोगों ने अक्सर पुरुषों को यह कहते हुए सुना होगा कि “अगर यह महिला मेरे प्रेम को स्वीकार कर ले तो मै इसके लिए कुछ भी कर सकता हूँ।
जब किसी पुरुष को किसी महिला से प्रेम हो जाता है, तो वह पुरुष उसे पाने के लिए अपने मन में जो इच्छा रखता है वह कोई मामूली इच्छा नहीं होती है, अपनी उस इच्छा को पूरी करने के लिए वह कुछ भी कर सकता है ऐसा वह कहता है कुछ भी से मतलब कुछ भी…………………………………….
(1) वह अपने परिवार को छोड़ सकता है।
(2) वह अपने दोस्त को छोड़ सकता है।
(3) वह अपनी शिक्षा को प्रभावित कर सकता है।
(4) वह अपने कर्रियर को बर्बाद कर सकता है।
(5) वह चोरी भी कर सकता है।
(6) वह किसी को धोखा भी दे सकता है।
(7) वह अपना आत्मसम्मान दांव पर लगा सकता है।
(8 ) वह किसी की जान भी ले सकता है।
(9) वह अपनी जान दे भी सकता है।
(10) वह तुफानो से भी टकरा सकता है।
प्रागैतिहासिक काल में पुरुष शिकार पर जाते थे जानवरों का शिकार करके उनकी खाल लेकर आते थे महिला को प्रसन्न करने के लिए। आधुनिक काल में भी वही सब चला आ रहा है मगर समय के साथ उनके तरीके बदल गए हैं। आज के पुरुष महिला को रिझाने के लिए पैसे खर्च करते हैं ” महंगे कपड़े, सोने के आभुषण, महँगी गाड़ी” आदि से पुरुष महिलाओं को खुश रखने की कोशिश करते हैं।
दोस्तों, आपके मन में एक विचार चल रहा होगा कि इन सब बातों से हमें क्या लेना है हमें तो ये बताओ कि आखिर “सेक्स रूपांतरण का रहस्य” क्या है…..? और इसका अमीरी से क्या मतलब है तो आइये आगे बढ़ते हैं और इनके बारे में जानते हैं।
रूपांतरण शब्द का मतलब होता है किसी तत्त्व या ऊर्जा को किसी दूसरे रूप में बदलना।
Sex की इच्छा कोई मामूली इच्छा नहीं होती यह संसार के सभी इच्छाओं में सबसे महत्वपूर्ण इच्छा होती है क्योंकि अगर इसे नकारात्मक तरीके से न लेकर सकारात्मक तरीके से लें तो यह इच्छा हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल देगी और हम इसके द्वारा खुद को सामान्य से बेहतरी की दिशा में ले जा सकते हैं।
इस आर्टिकल की प्रेरणा मुझे अमेरिका के मशहूर book writer नेपोलियन हिल की पुस्तक “सोचिये और अमीर बनिए“ से मिली है उन्होंने अमेरिका के ढेर सारे अरबपतियों के जीवनियों से यह निचोड़ निकाला कि जिन पुरुषों में Sex की उच्च इच्छा पायी गयी वे लोग अपने जीवन में औरों की अपेक्षा ज्यादा सफल रहे हैं।
इनमे संसार के कुछ महान लोगों के नाम नीचे दिए गए हैं जिनमे उच्च Sex इच्छा थी और इन लोगों ने अपने – अपने क्षेत्र में बहुत ही सफलता हासिल की है।
जार्ज वाशिंगटन, नेपोलियन बोनापार्ट, विलियम शेक्सपिअर, अब्राहम लिंकन, राल्फ वाल्डो इमर्सन, रोबर्ट बर्न्स, थॉमस जेफरसन, अलबर्ट हबार्ड, अल्बर्ट एच गैरी, और वुडरो विल्सन आदि।
इस संसार में जितने भी बड़े राजनेता, बिल्डर, व्यवसायी, प्रोफेशनल्स, कलाकार आदि हुए हैं अगर उनके जीवन की गहराई में आप झाकेंगे तो आप पाएंगे की उनकी सफलता के पीछे कोई न कोई महिला जरूर रही होगी। और उन लोगों में सेक्स के प्रति तीब्र इच्छा शक्ति भी थी।
पुरुष द्वारा महिला के प्रति जो भाव होते हैं वे दो प्रकार के होते हैं …………………………….
(1) सेक्स का भाव (2) प्रेम का भाव
सेक्स का भाव : यह जीव वैज्ञानिक होता है, इस भाव में पुरुष महिला के शरीर के प्रति आकर्षित होता है वह कुछ भी करके किसी भी तरह महिला के शरीर को प्राप्त करना चाहता है इसके लिए वह अपने आप को किसी भी हद तक नीचे गिरा लेता है और आखिर में अंजाम क्या होता है वह पुरुष खुद को नकारात्मकता की राह में ले जाता है और अपने आप को बर्बादी के चौराहे पर लाकर खड़ा कर लेता है।
प्रेम का भाव : यह आध्यात्मिक होता है, इस भाव में पुरुष महिला से दिल से जुड़ा होता है वह उसके शरीर को नहीं बल्कि उसकी आत्मा को पाना चाहता है उसकी नज़रों में खुद को एक बेहतर इंसान दिखाना चाहता है और इस वजह से वह जीवन में कुछ ऐसा करना चाहता है जिसकी वजह से वह महिला उसकी इज़्ज़त करे।
सेक्स का भाव एक मानसिक अवस्था लेकर आता है, इस विषय में अज्ञान के कारण यह मानसिक अवस्था आम तौर पर शारीरिक रूप में संबद्ध की जाती है। अधिकांश लोगों को Sex का ज्ञान सही तरीके हासिल नहीं होता है, इसलिए इसके केवल भौतिक स्वरुप ने उनके मस्तिष्क को पूर्वाग्रह से ग्रस्त कर रखा है।
Sex का रूपांतरण आसान है और इसे आसानी से समझाया जा सकता है। इसका अर्थ है मस्तिष्क का भौतिक अभिव्यक्ति के विचारों से दूसरी प्रकृति के विचारों तक पहुंचना।
Sex की इच्छा सभी मानवीय इच्छाओं में सबसे शक्तिशाली इच्छा है। इस इच्छा के द्वारा संचालित होने पर इंसान प्रखर कल्पनाशीलता, साहस, इच्छाशक्ति, लगन और रचनात्मक योग्यता विकसित कर लेता है जो अन्य समय में उसके पास नहीं होती। सेक्सुअल संपर्क की इच्छा इतनी प्रबल और शक्तिशाली होती है कि इसकी संतुष्टि के लिये लोग जीवन और प्रतिष्ठा गँवाने का जोखिम मोल ले लेते है। यदि इसका दोहन किया जाए और इसे अन्य दिशाओं में मोड़ा जाये तो यह प्रेरक शक्ति अपने सभी तत्वों जैसे प्रखर कल्पनाशीलता, साहस इत्यादि को बनाये रखती है।
इन सशक्त रचनात्मक शक्तिओं का प्रयोग साहित्य, कला या किसी भी अन्य व्यवसाय में किया जा सकता है जिनमे अमीर बनना भी शामिल है।
हमारे देश भारत में Sex शब्द को बहुत ही नकारात्मक माना जाता है, इसे दबाया जाता है, इसे छुपाया जाता है, जबकि यह एक कड़वा सत्य है कि इसके बिना मानव जीवन अधूरा है हर कोई खुद तो इससे रूबरू होना चाहता है लेकिन दूसरों को वह सिद्धान्त के पाठ पढ़ाता रहता है।
एक बात समझ में नहीं आती कि जब यह शब्द इतना महत्वपूर्ण है कि इसके बिना मानव जीवन अधूरा है, इसके बिना जीवन में कोई उत्साह नहीं है, इसके बिना जीवन में कोई रोमांच नहीं है तो इसे इतना दबाया या छुपाया क्यूँ जाता है इस पर खुलकर आखिर चर्चा क्यूँ नहीं होती………….?
एक लड़का या लड़की जब 13 वर्ष की उम्र को पार करते हैं तो उनके शारीरिक संरचना में कुछ परिवर्तन होने लगते हैं अपने आप को लेकर उन्हें कुछ आभास और एहसास होने लगता है और यही समय होता है “13 से 19 ” जिसे teenage कहते हैं।
इस उम्र के लोगों में एक इच्छा का जन्म होता है जिसे Sex की इच्छा कहते हैं। इस बारे में सही जानकारी न होने के कारण वे लोग इसका दुरूपयोग करते हैं जबकि अगर इसके बारे में उन्हें सही समय पर सही जानकारी मिल जाए तो वे इस इच्छा का सदुपयोग कर सकते हैं।
हमारी शिक्षा प्रणाली में यह विषय भी सम्मिलित किया जाना चाहिए और इसके द्वारा लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए कि यह जो विषय है यह इतना नकारात्मक नहीं है जितना हम लोगों ने इसे बना रखा है। बल्कि इसके बारे लोगों को सही जानकारी देते हुए उन्हें इसके रूपांतरण के रहस्य बारे में बताना चाहिए। ताकि वे इसका अपने जीवन में सही इस्तेमाल करके खुद को और दूसरों को भी सामान्य से बेहतरी की दिशा में ले जा सकें।
अंततः मै एक बार फिर से कहना चाहूंगा कि Sex की इच्छा सभी मानवीय इच्छाओं में सबसे महत्वपूर्ण इच्छा है अगर इस इच्छा का दोहन करके इसे रूपांतरित करके दूसरे किसी अन्य कार्यों में जैसे – साहित्य, कला, व्यवसाय, या जीवन के किसी भी कार्य क्षेत्र में लगाया जाय तो इंसान सफलता के उच्च शिखर पर खुद को पहुंचा सकता है। जिसमे अमीरी भी शामिल है।
लोग जिस ध्यान, ऊर्जा, समय, और पैसों, को सेक्स के प्रति इस्तेमाल करते हैं अगर वही ध्यान, ऊर्जा, समय और पैसों को अपने कैरियर के प्रति इस्तेमाल करें तो वे एक दिन अवश्य अपने कार्य क्षेत्र के बापू बन जायेंगे।
तो सोच क्या रहे हैं…..? आज से अभी से अपनी Sex की इच्छा को किसी और दिशा में रूपांतरित करने की कोशिश करें क्योंकि इस ऊर्जा में बड़ी ताक़त होती है जो आपको किसी भी क्षेत्र में जबरदस्त कामयाबी दिला सकता है।
आज के लिए सिर्फ इतना ही अगले आर्टिकल में हमारी फिर मुलाकात होगी तब तक के लिए ………………………………..जय हिन्द……………………… जय भारत………………………………….
आपका दोस्त/शुभचिंतक
अमित दुबे ए मोटिवेशनल स्पीकर