दूसरे विश्व युद्ध के बाद विश्व में दो महाशक्तियां उभरकर सामने आयीं अमेरिका और रूस। दुनिया की सबसे बड़ी ताक़त अमेरिका के सामने अगर कोई सीना तानकर खड़ा होता है तो वह है रूस। और जब बात हो रूस की तो भला वहाँ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को याद ना किया जाय ये कैसे हो सकता है। गरीबी में पैदा हुए और रूस के खुफिया विभाग में नौकरी करते हुए आज सत्ता के शिखर पर विराजमान हैं साथ ही दुनियाँ के सबसे प्रभावशाली इंसान हैं इस आर्टिकल के माध्यम से “व्लादिमीर पुतिन की जीवनी | Vladimir Putin Biography In Hindi” को हम आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं। तो आइये अब शुरू करते हैं।
व्लादिमीर पुतिन की जीवनी | Vladimir Putin Biography In Hindi
प्रारंभिक जीवन
व्लादिमीर पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को सोवियत संघ के रुसी गणराज्य के लेलिनग्राद (जिसे आज पीटर्सबर्ग के नाम से जाना जाता है) में हुआ था। उनके पिता का नाम व्लादिमीर स्पिरिदोनोविच पुतिन और माता का नाम मारिया इवानोव्ना था।
उनके पिता सोवियत नेवी में और माता एक फैक्टरी में मजदूरी करती थी। पुतिन अपने माँ-बाप के तीसरे औलाद थे उनके दो बड़े भाइयों की मृत्यु बचपन में ही हो गयी थी। पुतिन जब छोटे थे तो उन्हें चूहे पकड़ना बहुत पसंद था। बचपन में उनकी लड़ाई उनसे ज्यादा उम्र के लड़कों के साथ हो जाया करती थी इसलिए उन्होंने जूडो-कराटे सीखा और उसमे ब्लैक-बेल्ट भी रहे।
शिक्षा और कैरियर
व्लादिमीर पुतिन ने 1975 में लेलिनग्राद विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद उन्होंने केबीजी में काम करना शुरू किया। जहाँ पर उन्होंने 1991 तक काम किया और उस दौरान ज्यादातर विदेश में ही उन्होंने रुसी जासूस के रूप में काम किया। उन्होंने 6 साल जर्मनी में बिताया उसके बाद बर्लिन की दीवार टूटने के बाद वे लेलिनग्राद आ गए।
उन्होंने 16 साल तक केबीजी में अधिकारी से लेकर लेफ्टिनेंट कर्नल तक के पद पर कार्य किया और 1991 में सेवानिवृत्त होने का बाद राजनीति में उतरने का फैसला किया।
राजनैतिक कैरियर
1991 में उन्होंने अपने पैतृक शहर पीटर्सबर्ग से राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
1996 में पुतिन मास्को में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन में शामिल हो गए।
1999 में व्लादिमीर पुतिन रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।
2000 और 2004 में वे लगातार दो बार राष्ट्रपति चुनाव जीतते हैं।
2008 में वे रूस के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार सँभालते हैं।
2012 में क़ानूनी बदलाव होने पर वे फिर राष्ट्रपति चुने जाते हैं।
2018 में वे 76% वोट हासिल करके फिर से राष्ट्रपति बन जाते हैं।
और अभी भी वे रूस के राष्ट्रपति के पद पर विराजमान हैं क्योंकि पहले रूस में राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 साल का था लेकिन 2012 से ही इसमें बदलाव करके 6 साल कर दिया गया है और वह 2024 तक राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे वैसे भी रूस की जनता उन्हें काफी पसंद भी करती है। पुतिन अपने सख्त निर्णयों के लिए जाने जाते हैं।
व्लादिमीर पुतिन की जीवनी | Vladimir Putin Biography In Hindi
अंतर्राष्ट्रीय वर्चस्व
- विश्व की दूसरी महाशक्ति रूस आधुनिक हथियारों के निर्माता और विक्रेता हैं।
- यूनाइटेड नेशन के मुख्य पाँच देशों में से यह भी वीटो पावर में मौजूद हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय युद्ध नीति में इनकी जबरदस्त और अहम भूमिका होती है।
- भारत से इनके बहुत ही अच्छे, गहरे और सकारात्मक सम्बन्ध हैं।
- खाड़ी युद्धों में इनकी अहम और दमदार भूमिका बन जाती हैं।
- अमेरिका से इनकी जानी दुश्मनी है, उनसे इनकी कभी बनी नहीं।
- तीसरे विश्व युद्ध के एक बड़े निर्याणक चेहरे के रूप में देखे जाते हैं।
- अनेकों गणराज्यों में बंटने के बाद भी इनकी शक्ति कम नहीं हुई।
- जब मर्जी किसी भी देश को युद्ध में धूल चटाने का दम रखते हैं।
- रूस की वायु सेना बड़ी जबरदस्त है, बमबारी करने में माहिर हैं।
खूबियाँ (Merits)
व्लादिमीर पुतिन एक ऐसे इंसान हैं जिनके अंदर खूबियों की भरमार है, असली जिंदगी के असली हीरो है, सच कहें तो उनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम ही होगी, यकीन नहीं हो रहा तो आइये जानते हैं कि आखिर वह चीज क्या हैं।
- पुतिन फिटनेस के मामले में काफी जागरूक इंसान हैं।
- वह मार्शल आर्ट (जूडो-कराटे) के मास्टर भी रह चुके हैं।
- एक बेहतरीन और अभेद निशाना लगाने वाले निशानेबाज हैं।
- जंगली जानवरों से खेलने वाले जियाला और अच्छे घुड़सवार हैं।
- स्पोर्ट्स कार चलाने वाले रेसर साथ ही बेहतरीन बाइकर भी हैं।
- पानी में शिकार करने वाले शिकारी और बेहतरीन तैराक हैं।
- फ्राइंग पैन को हाथों से मोड़ देने वाले बहादुर इंसान हैं।
- टाइगर को जमीन चाटने वाले खतरनाक जांबाज हैं।
- पहाड़ों पर चढ़ने वाले बेहतरीन पर्वतारोही हैं।
- स्कूबा ड्राइविंग करने वाले बेहतरीन ड्राइवर हैं।
- उन्हें आइस हॉकी खेलना काफी पसंद है।
- पुतिन फाइटर जेट भी चलाना जानते हैं।
प्रसिद्धि और लोकप्रियता
व्लादिमीर पुतिन एक हाई स्टाइलिस इंसान हैं वे पूरी दुनियाँ में अपने जोशीले अंदाज के बारे में जाने जाते हैं। लोग उन्हें मैचो मैन के नाम से भी पुकारते हैं। रूस की जनता व्लादिमीर पुतिन को काफी पसंद करती है। वे पुतिन को एक सुपर हीरो की तरह देखते हैं। रूस के लोगों का मानना है कि पुतिन के शासनकाल में रूस के लोगों का जीवन स्तर सुधरा है।
1991 के बाद से ही, जब से वे रूस के राजनीतिक गलियारे में एंट्री किये हैं उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा यहाँ तक कि जब वे दो बार लगातार रूस के राष्ट्रपति का कार्यकाल पूरा कर लेते हैं तो उनका आगे का रास्ता बिलकुल बंद हो जाता है क्योंकि रुसी संविधान के अनुसार दो बार से ज्यादा कोई भी राष्ट्रपति नहीं बन सकता लेकिन उन्होंने अपनी तिकड़म से प्रधानमंत्री का पद संभाला और बाद में फिर वे 2012 और 2018 में राष्ट्रपति बने।
हालाँकि उनके तीसरी बार ही चुनाव लड़ने के मामले में बहुत सारे विरोध-प्रदर्शन हुए लेकिन इसके बावजूद भी उनका रास्ता साफ होता गया और वे तीसरी और चौथी बार चुनाव जीते। रूस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि कोई एक ही व्यक्ति 4 बार राष्ट्रपति बना हो और 2018 में चौथी बार तो उन्होंने 76% वोट के साथ जीत दर्ज की जो इस बात को बखूबी दर्शाता है कि रूस की जनता का जबरदस्त समर्थन पुतिन के साथ है।
जोशीला तेवर
व्लादिमीर पुतिन अपने जोशीले तेवर के बारे भी बखूबी जाने जाते हैं क्योंकि वे एक अद्भुत और अकल्पनीय इंसान है। पहली बात तो वे किसी से डरते नहीं हैं, उनके अंदर इतनी ऊर्जा है कि वे हमेशा कुछ भी कहने और करने में देरी नहीं लगाते हैं, तुरंत एक्शन लेते हैं, अंजाम जो भी होगा देखा जायेगा।
वे अपने निर्णय लेने की प्रक्रिया में मार्शल आर्ट वाली तकनीक अपनाते हैं। उनका मानना है कि जब तक सामने वाला कोई निर्णय लेने के बारे में सोचे उससे पहले ही हमें निर्णय लेकर उस पर हमला कर देना चाहिए अर्थात अपने दुश्मन को जरा भी संभलने का मौका मत दो वार करने का मौका देना तो बहुत दूर की बात है।
हमने भी इस बात पर गौर किया है कि जब कोई युद्ध जैसे हालात कहीं पर बनते हैं तो रूस को जैसे बहुत ही जल्दबाज़ी होती है हमला करने की और उनके लड़ाकू विमान दुश्मन के देश के ऊपर ऐसे हमला करना शुरू करते हैं जैसे कि बस जितनी जल्दी हो मामले को रफा-दफा करो, ज्यादा टेंशन नहीं लेने का।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों, हमारा मक़्सद है उन लोगों में जोश और उत्साह भरना जो यह सोचते हैं कि जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए बड़े बैकग्राउंड का होना जरुरी है। ऐसा कुछ भी नहीं है बल्कि जिनके पास पहले से ही बहुत कुछ होता है वे सुखी और आरामदायक जीवन शैली के चक्कर में ही पड़े रहते हैं और उनसे पीछे वाले उनसे आगे निकल जाते है, मेरा तो यह मानना है कि ” जिनको विरासत में कुछ नहीं मिलता वो ही एक दिन साम्राज्य खड़ा करते हैं क्योंकि विरासत वाला तो अपनी घमंड के नीचे ही दबकर रह जाता है।
व्लादिमीर पुतिन एक कमजोर पारिवारिक पृष्ठभूमि से ताल्लुकात रखते थे लेकिन उनके अंदर जोश और उत्साह का जबरदस्त संचार था जो उन्हें जासूसी की दुनियाँ तक ही सिमित नहीं कर पाया और वे वहाँ से बाहर निकलते ही एक नई पारी खेलने का मन बनाते हैं और बहुत बड़ी पारी खेलते हुए दुनियाँ के सबसे प्रतिभाशाली लोगों के लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा लेते हैं।
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आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, तब तक के लिए…..जय हिन्द – जय भारत।
धन्यवाद | शुक्रिया | मेहरबानी
आपका दोस्त / शुभचिंतक : अमित दुबे ए मोटिवेशनल स्पीकर Founder & CEO motivemantra.com