भारत में पैसा कहाँ और कैसे छपता है ? क्या आप जानते हैं ? अगर हाँ तो अच्छी बात है, लेकिन अगर नहीं तो बने रहिएगा हमारे साथ क्योंकि इस आर्टिकल में होगी भारत में छपने वाले रुपयों से लेकर सिक्कों तक के बारे में बात, तो आइये अब शुरू करते हैं।
भारत में पैसा कहाँ और कैसे छपता है ?
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को कलकत्ता में हुई थी, उस समय भारत पर अंग्रेजी हुकूमत का राज था। स्थापना के लगभग 3 साल बाद जनवरी 1938 में पहला नोट 5 रूपये का छापा गया था जिस पर किंग जार्ज – 6 की फोटो छपी थी। उसके बाद 10 रूपये, 100 रूपये, 1000 रूपये और 10000 रूपये के नोट छापे गए थे।
भारत में पैसा कहाँ छपता है ?
भारतीय मुद्रा प्रणाली का मुखिया है रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) और इसी की अनुमति से भारतीय मुद्राएं छापी जाती हैं। जो कि भारत के ही सरकारी प्रिंटिंग प्रेसों में छापी जाती हैं।
हालाँकि वर्तमान में भारतीय मुद्राओं में 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 रूपये के नोट और 1,2,5,10 और 20 रूपये के सिक्के अस्तित्व में हैं लेकिन आवश्यकता पड़ने पर 10000 रूपये तक के नोट RBI छाप सकती है लेकिन इससे बड़े नोट छापने के लिए RBI को भारत सरकार से परमिशन लेनी होगी।
भारतीय मुद्राओं की छपाई का काम देश के इन चार प्रिंटिंग प्रेसों में होता है :
देवास और नासिक :
ये दोनों ही नोट छापने वाली प्रेसें भारतीय वित्त मंत्रालय के अधीन काम करती हैं, जिसका नेतृत्व Security Printing And Minting Corporation Of India करती है। देवास के प्रिंटिंग प्रेस में 10 रूपये, 50 रूपये और 500 के नोट छापे जाते हैं।
मैसूर और सलबोनी :
ये दोनों ही नोट छापने वाली प्रेसें भारतीत रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) के सब्सिडियरी कंपनी भारतीय रिज़र्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड के अनुमति से काम करते हैं। मैसूर के प्रिंटिंग प्रेस में 2000 के नोट छापे जाते हैं।
भारत में सिक्के कहाँ पर बनते हैं ?
भारतीय मुद्रा प्रणाली में सिक्कों की अपनी अलग ही महत्ता रही है जो भारतीय सरकारी टकसालों (Indian Goverment Mint) में बनते हैं यह भारत में चार जगहों पर है जो इस प्रकार हैं – नोएडा, मुंबई, कलकत्ता और हैदराबाद।
भारत में पैसा कैसे छपता है ?
नोट छापने की जो सबसे आवश्यक चीज है वह पेपर जो कि 3 जगहों से आता है हौशंगाबाद के पेपर मिल से, नाशिक के प्रिंटिंग प्रेस से और विदेशों से आयात Import भी किया जाता है।
उसके बाद आती है नोट छापने की स्याही की बारी जो कि देवास के बैंक नोट प्रेस और सिक्किम के स्विस फर्म यूनिट में बनती है। और वहां से अन्य बैंक नोट प्रेसों तक पहुँचाया जाता है।
भारत में नये नोट कैसे और किस आधार पर छपते हैं ?
हालाँकि नए नोटों की छपाई भारत सरकार की स्वीकृति लेकर RBI करती है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि वह जब भी चाहे जितना भी चाहे नोट छाप ले और अपने देश की गरीबी को दूर कर दे।
क्योंकि ऐसा करने से देश की अर्थव्यवस्था ख़राब होने का खतरा रहता है, देश की मुद्रा (Currency) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कम हो जाती है और देश में महंगाई बढ़ जाती है।
नए नोट छापने के लिए RBI कई मानकों को ध्यान में रखकर जितनी जरुरत हो उतनी ही नोट छापती है जिसके लिए उसे भारत सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है।
भारत सरकार और आरबीआई दोनों ही देश की जीडीपी, राजकोषीय घाटा और विकास दर आदि को आधार मानकर यह निर्णय लेते हैं कि कितनी मुद्राएं छापी जाएँ।
इस नियम के तहत जितनी भी मुद्रा छापनी है उसके एवज में 200 करोड़ रूपये रिज़र्व में हमेशा के लिए रखना आवश्यक है तभी आरबीआई मुद्रा को प्रिंट कर सकता है।
इसके अलावा जो पुराने नोट ज्यादा ही ख़राब हो जाते हैं तो उन्हें रिज़र्व बैंक की अनुमति से नष्ट करके उनकी जगह दूसरे और नए नोट छापे जाते हैं।
नोट छपने के बाद लोगों तक कैसे पहुँचता है?
नया नोट प्रिंटिंग प्रेस में छपने के बाद आरबीआई के ऑफिस लाया जाता है, उसके बाद वहां से करेंसी चेस्ट और उसके बाद बैंक की शाखाओं तक जहाँ से पब्लिक के हाथ में वे नोट पहुँचते हैं।
आपको बतादें कि भारत में कुल 19 आरबीआई वितरण कार्यालय, 4075 करेंसी चेस्ट और 3746 छोटे सिक्कों के डीपो हैं जिसमे सबसे ज्यादा 1965 करेंसी चेस्ट सिर्फ और सिर्फ स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) के ही पास हैं।
नोटों की सप्लाई की प्रक्रिया में प्रिंटिंग प्रेस से रिज़र्व बैंक और रिज़र्व बैंक से करेंसी चेस्ट तक की जिम्मेदारी रिज़र्व बैंक के अधिकारियों की होती है लेकिन करेंसी चेस्ट से आगे यह जिम्मेदारी बैंकों की होती है और बैंक से रुपया घर तक ले जाने की जिम्मेदारी खुद बैंक के ग्राहक की होती है।
आपके पास कैसा भी नोट हो, जला, कटा या फिर फटा उसके नंबर पूरे होने चाहिये बाकी बचे नोट के अन्य हिस्सों की जगह पर कागज चिपका कर उस नोट को पूरा करके रिज़र्व बैंक के ऑफिस के काउंटर पर जाकर उसके बदले आप नए नोट प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आपको शादी-ब्याह या फिर किसी अन्य कार्यक्रमों के लिए नए नोटों की जरुरत है तो आप रिज़र्व बैंक के काउंटर से अपने पुराने नोट के बदले नए नोट बिना किसी अतिरिक्त शुल्क दिए ही प्राप्त कर सकते हैं ;
भारत के बड़े महानगरों में आपको रिज़र्व बैंक के कार्यालय मिल जायेगे, जैसे दिल्ली के संसद मार्ग पर आकाशवाणी भवन के सामने भारतीय रिज़र्व बैंक का कार्यालय मौजूद है बिलकुल उसी तरह मुंबई, चेन्नई और कलकत्ता समेत देश के अन्य बड़े महानगरों में भी रिज़र्व बैंक के कार्यालय मौजूद हैं।
दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके General Knowledge को पहले से और बेहतर बनायेगा साथ ही आपको बुद्धजीवियों की श्रेणी में ले जायेगा, आज के लिए सिर्फ इतना ही, अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ, तब तक के लिए, जय हिन्द-जय भारत।
लेखक परिचय
इस वेबसाइट के संस्थापक अमित दुबे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं, एक Youtuber & Blogger हैं, किताबें पढ़ने और जानकारियों को अर्जित करके लोगों के साथ शेयर करने के शौक के कारण सोशल मीडिया के क्षेत्र में आये हैं और एक वेबसाइट तथा दो Youtube चैनल के माध्यम से लोगों को Motivate करने तथा ज्ञान का प्रसार करने का काम कर रहे हैं।
हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
Website : www.motivemantra.com इस पर Motivational Article Publish होते हैं।
Youtube Channel (1) Motive Mantra इस पर Motivational Video Publish होते हैं।
Youtube Channel (2) : Knowledge Facts इस पर General Knowledge Video Publish होते हैं।