गौतम अडानी का जीवन परिचय | Gautam Adani Biography > नरेंद्र मोदी के करीबी कहे जाने वाले गौतम अडानी भारत के अरबपति बिज़नेस मैन हैं सूत्र बताते हैं कि गौतम अडानी ने अपने कैरियर की शुरुआत नौकरी से की थी लेकिन अपने दूरदर्शी वाली सोच और आत्मविश्वास के दम पर वे आज भारत के अरबपति बन गए हैं। इनके बारे में हम आपको सब कुछ बताएँगे, इनके जीवन के रहस्य पर से पर्दा भी उठाएंगे, बस आप बने रहिएगा हमारे साथ क्योंकि हम नहीं करते फिजूल की बात, हमारे वेबसाइट पर होती है सिर्फ और सिर्फ काम की बात, तो आइये अब शुरू करते हैं।
गौतम अडानी का जीवन परिचय | Gautam Adani Biography
प्रारंभिक जीवन
गौतम अडानी का जन्म 24 जून 1962 को गुजरात के अहमबाबाद में एक निम्न मध्यवर्गीय जैन परिवार में हुआ था, उनके पिता का नाम शांतिलाल अडानी और माता का नाम शांताबेन अडानी है, उनके पिता एक कपड़ा व्यापारी थे, गौतम अडानी के कुल 7 भाई-बहन थे। उनकी पत्नी का नाम प्रीति अडानी है जो पेशे से डेंटिस्ट हैं फ़िलहाल तो अडानी फाउंडेशन की हेड हैं। उनके दो बेटे जीत अडानी और करण अडानी है।
गौतम अडानी के शैक्षणिक जीवन का कोई लम्बा सफर नहीं है लेकिन जो भी है वह यह है कि, उनकी शुरूआती पढ़ाई सेठ चिमनलाल नागिदास विद्यालय से हुई तत्पश्चात वे गुजरात यूनिवर्सिटी में बीकॉम में दाखिला लेते हैं लेकिन ग्रेजुएशन भी पूरा नहीं किया और बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी।
सूत्र बताते हैं कि उनके बीच में पढ़ाई छोड़ने का मुख्य कारण था परिवार के पालन-पोषण की जिम्मेदारी क्योंकि निम्न मध्यवर्गीय परिवारों के पास अपने बच्चों के शिक्षा पर खर्च करने के लिए कोई बजट नहीं होता बल्कि जैसे ही वे बच्चे अपना होश सँभालते हैं उन्हें सामने रोजी-रोटी की समस्या नज़र आने लगती है। किसी जमाने में उनके पिता की स्थिति इतनी दयनीय थी कि वे अहमदाबाद के पोल इलाके की सेठ चाल में रहते थे।
अडानी ने शुरुआत में लगभग 2 साल तक महेंद्र ब्रॉस के यहाँ डायमंड शॉर्टर के रूप में काम किया उसके बाद वे झावरी बाजार से अपने खुद के व्यापार के क्षेत्र कदम बढ़ाते हैं। 1980 के दशक में वे अपने बचपन के दोस्त मलय महादेवियाके साथ उनके स्कूटर के पीछे बैठकर घूमते नज़र आते थे आगे चलकर वही महादेविया उनके बिज़नेस पार्टनर बने। उन्होंने 1998 में अडानी एक्सपोर्ट्स लिमिटेड की स्थापना की जो इस समय अडानी एंटरप्राइज़ के नाम से जाना जाता है।
गौतम अडानी का जीवन परिचय | Gautam Adani Biography
व्यावसायिक जीवन
गौतम अडानी भारतीय उद्यमी और एक स्वयं निर्मित अरबपति हैं। अडानी ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। उनके कई सारे बिज़नेस हैं जैसे – कोयला खनन, कोयला व्यापार, बिजली उत्पादन, गैस वितरण, तेल और गैस की खोज, बंदरगाह और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक आदि। अडानी ग्रुप ऊपर बताये गए सभी व्यावसायिक इकाइयों का एक विश्व-स्तरीय बुनियादी ढाँचा है।
गौतम अडानी के बारे में अक्सर कुछ इस तरह की अफवाहें सुनने में आती हैं कि वे नरेंद्र मोदी के नजदीक लोगों में हैं जो उन्हें फाइनेंसियल सपोर्ट करते हैं और बदले में मोदी जी उनको अपने पोलिटिकल पावर से सपोर्ट करते हैं लेकिन इसके बारे में कोई पुख्ता सबूत नहीं है।
वैसे भी किसी भी देश के बड़े उद्योगपति या व्यापारी के संपर्क बड़े राजनेता से होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। क्योंकि बड़े लोगों के सम्बन्ध तो बड़े लोगों से ही होंगे और रही बात गौतम अडानी के संबंधों की तो एनसीपी के शरद पवार और कांग्रेस के कमलनाथ जैसे दिग्गज राजनेताओं से भी उनके गहरे सम्बन्ध रहे हैं।
अब रही बात गौतम अडानी के वर्चस्व की तो इस समय भारतीय अमीरों की लिस्ट में उनका नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा होता है जैसे किसी ज़माने में “टाटा और बिड़ला का नाम लिया जाता था बिलकुल वैसे ही आज के समय में अंबानी और अडानी का नाम लिया जाता है।
अडानी के पास पिछले 33 वर्षों का व्यावसायिक अनुभव है, उन्होंने अपने खुद के दम पर इतना बड़ा साम्राज्य स्थापित किया है और लगातार वे आगे ही बढ़ते चले जा रहे हैं। फ़िलहाल अभी वे लगभग 10 अरब डॉलर की मालिक हैं।
उनकी कंपनी देश की सबसे बड़ी एक्सपोर्ट कंपनी है, उनके पास अपना खुद का बीचक्राफ्ट जेट है जिसे उन्होंने 2005 में ख़रीदा था इसके अलावा उनके पास हॉकर जेट भी है जिसे उन्होंने 2008 में ख़रीदा था और यह सब उन्होंने अपनी 33 वर्षों की मेहनत और काबिलियत के दम पर हासिल किया है।
गौतम अडानी अपने व्यावसायिक गतिविधियों में विस्तार करते रहते हैं जिसके अंतर्गत अभी हाल में ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में 35 हजार करोड़ के निवेश का एलान किया है। इसके अलावा वे देश के बाहर भी अपना साम्राज्य लगातार फैला रहे हैं।
विवाद और समस्यायें
जब इंसान सफलता के शिखर पर पहुँचता है तो उसको कई बार विवादों और समस्याओं का सामना भी करना होता है। अडानी के सामने भी ऐसी समस्यायें आती जाती रहती हैं उनमे से एक विवाद तो भारत में ही चर्चा का विषय बना रहता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी नजदीकियों पर चर्चा।
मध्यप्रदेश में भी उनका एक प्रोजेक्ट विवादों में फंसा हुआ है जो हीरे के खदान से सम्बंधित है जिसमे गौतम अडानी और अरबपति अनिल अग्रवाल के नियंत्रण वाले वेदांता रिसोर्सेज ग्रुप मिलकर 59 हजार करोड़ के डायमंड प्रोजेक्ट के लिए बिड लगाने वाले हैं।
गौतम अडानी के कंपनियों के कई प्रोजेक्ट विदेशों में भी चल रहे होते है जैसे – ऑस्ट्रेलिया के क़्वींसलैंड में जब उनकी कंपनी का 16.6 अरब डॉलर की लागत वाली कोयला के खदान से खनन का टेंडर पास हुआ जिसके लिए ऑस्ट्रेलिया की गवर्मेंट ने उनकी कंपनी को 1अरब डॉलर का लोन भी पास कर दिया था लेकिन वह प्रोजेक्ट विवादों में आ गया। ऑस्ट्रेलिया के पर्यावरणवादियों का कहना था कि ये प्रोजेक्ट पर्यावरण के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और ये विवाद आज भी चल ही रहा है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आशा करता हूँ कि गौतम अडानी की बायोग्राफी आपको पसंद आयी होगी और साथ में एक बात भी समझ में आयी होगी की निम्न मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे भी अगर सोच लें और ठान लें तो वे भी एक बड़ा मुकाम हासिल कर सकते हैं, आखिर जब अडानी कर सकते हैं तो कोई और क्यों नहीं, तो सोच क्या रहे हैं इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें, लाइक करें और अगर कुछ कहना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें।
आज के लिए सिर्फ इतना ही अगले आर्टिकल में हम फिर मिलेंगे, तब तक के लिए…..जय हिन्द – जय भारत।
धन्यवाद | शुक्रिया | मेहरबानी
आपका दोस्त / शुभचिंतक : अमित दुबे ए मोटिवेशनल स्पीकर Founder & CEO motovemantra.com