आजकल के भाग-दौड़ भरे और तनाव भरे जीवन में लोग खाने-पीने और सोने में काफी लापरवाही बरतते हैं जिसके कारण लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी बिमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है ऐसे में अगर थोड़ा समय निकालकर व्यक्ति प्रतिदिन समयानुसार कपालभाति प्राणायाम करे तो वह भविष्य में आने वाली कई बीमारियों से अपने आपको बचा सकता है साथ ही अपने जीवन को भी सुखमय बना सकता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको “कपालभाति प्राणायाम के 10 चमत्कारी फायदे” के बारे में बतायेंगे। तो आइये अब शुरू करते हैं।
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कपालभाति प्राणायाम क्या है ?
कपाल का मतलब होता है माथा और भाति का मतलब होता है प्रकाश यानी चमक अर्थात कपालभाति का अर्थ हुआ चमकने वाला माथा। जो लोग नियमित रूप से लगातार इस प्राणायाम को करते हैं उनका माथा चमकने लगता है और उनके चेहरे पर नूर आता है।
कपालभाति प्राणायाम द्वारा इंसान अपने शरीर और दिमाग को काफी हद तक ताक़तवर बना सकता है और अपने जीवन को सामान्य से बेहतरी की दिशा में ले जा सकता है।
कपालभाति प्राणायाम क्यों करें ?
जिसे अपने शरीर से प्यार हो, अपने जीवन से प्यार हो, जो लोग अपने शरीर को चुस्त और दिमाग को दुरुस्त रखना चाहते हों उन्हें कपालभाति प्राणायाम अवश्य करना चाहिए।
कपालभाति प्राणायाम करने वाले लोग बीमारियों से तो दूर रहते ही हैं साथ ही स्वस्थ्य और लम्बी आयु के स्वामी भी होते हैं। जीवन में तरक्की करने वाले होते हैं।
सच कहें तो समस्त योग प्राणायामों में कपालभाति प्राणायाम सबसे ज्यादा लाभकारी प्राणायाम है जिसे नियमित रूप से करने वाले मानसिक, और शारीरिक रूप से इतने सक्षम हो जाते हैं कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के हकदारों की लिस्ट में शामिल हो जाते हैं।
कपालभाति प्राणायाम कैसे करें ?
कपालभाति प्राणायाम करते समय कुछ खाश बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो इस प्रकार हैं :
- वैसे तो इसे कभी भी कर सकते हैं लेकिन सुबह का वक्त ज्यादा अच्छा होता है।
- एकांत स्थान जहाँ पर किसी भी प्रकार का शोरगुल जैसा माहौल ना हो।
- आस-पास हरियाली हो, खुला स्थान हो, स्वच्छ वातावरण का माहौल हो।
- आपका पेट बिलकुल खाली हो, इस प्राणायाम से पहले कुछ भी ना खाएं।
- कोई आसन या योगामैट या फिर ऊँची सी गद्दी पर बिलकुल शांत मुद्रा में बैठें।
- पद्मासन अवस्था में, रीद की हड्डी एवं मस्तिष्क को सीधा रखें, ऑंखें बंद कर लें।
- अपने दोनों हाथो को दोनों घुटनों पर रखकर, हथेली और ऊँगली को ऊपर की तरफ रखें।
- गहरी साँस ले और छोड़ें, 1 सेकंड में एक राउंड पूरा करें और 1 मिनट तक लगातार इस प्रक्रिया को करते रहें।
- शुरुआत में रूक-रुक कर या लगातार पाँच मिनट तक करें और कुछ दिन बाद धीरे-धीरे 15 से 20 मिनट तक करने की आदत डालें।
- कपालभाति प्राणायाम करते समय अपना ध्यान एकाग्रता से पूरी तरह से अपने सांसों की गति पर लगाएं और शांति का अनुभव महसूस करें।
कपालभाति प्राणायाम के 10 चमत्कारी फायदे
(1) पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है
जिन लोगों की पाचन क्रिया सही नहीं होती उन्हें कपालभाति प्राणायाम अवश्य करनी चाहिए क्योंकि इसे करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है जिससे अच्छी भूख लगती है और खाया-पिया भी शरीर में लगता है।
(2) रक्त संचार में सुधार लाता है
कपालभाति प्राणायाम करने से शरीर में रक्त संचार में बेहतरी आती है जिससे कई सारी बीमारियों से बचाव संभव होता है। क्योंकि जिसके शरीर का रक्त संचार अच्छा होगा उसका सेहत भी अच्छा होगा।
(3) पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
नियमित रूप से कपालभाति प्राणायाम करने वाले के पेट के मांसपेशियों में मजबूती आती है क्योंकि इसे करने से पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जो उसे मजबूत बनाने का काम करता हैं।
(4) वजन कम करने में सहायक है
जो लोग अपने शरीर के मोटापे से परेशान हैं उनके लिए तो कपालभाति प्राणायाम नियमित रूप से करना बहुत ही जरुरी होता है क्योंकि इससे मोटापा घटता है और शरीर में स्फूर्ति का एहसास होता है।
(5) फेफड़ों के लिए लाभदायक है
कपालभाति प्राणायाम को करते समय जब व्यक्ति साँसों को खींचता और छोड़ता है तो फेफड़े पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिससे फेफड़ों को मजबूती मिलती है।
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(6) साँस की समस्या में सहायक है
कपालभाति प्राणायाम करते समय हम अपनी साँस को खींचते और छोड़ते हैं जिसके कारण हमारी श्वांस नली साफ और बेहतर बनती है, परिणामतः स्वांस से जुड़ी बीमारियों से बचाव में सहायक होता है।
(7) तनाव कम करने में सहायक है
कपालभाति प्राणायाम को नियमित रूप से करने से हमारे मन को बड़ी शांति मिलती है जिससे चिंता और तनाव दूर होते हैं। दिमाग भी मजबूत होता है साथ ही सोचने और समझने की क्षमता में भी काफी वृद्धि होती है।
(8) गैस की समस्या में सहायक है
जिन लोगों को गैस की शिकायत रहती है वे लोग कपालभाति प्राणायाम करने की आदत डालकर गैस की समस्या से निजात पा सकते हैं क्योंकि यह समस्या पेट से सम्बंधित होता है और कपालभाति प्राणायाम करने से पेट से सम्बंधित कई बीमारियाँ ठीक होती हैं।
(9) पथरी की बीमारी में सहायक है
जिन लोगों को पथरी की बीमारी होती है वे लोग उससे काफी पीड़ित रहते हैं, अगर वे कपालभाति प्राणायाम करने की आदत डाल लें तो काफी हद तक पथरी की बीमारी से निजात पा सकते हैं।
(10) इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक है
कपालभाति प्राणायाम को रोजाना नियमित रूप से करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे हमारे शरीर की इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होती है और हमारा शरीर अनेक प्रकार के बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो जाता है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको कपालभाति प्राणायाम के बारे में बताया, कि कपालभाति प्राणायाम क्या होता है, इसे क्यों करें, इसे कैसे करें और इसे करने के 10 चमत्कारी फायदे कौन-कौन से हैं ?
वैसे तो योग में बहुत सारे प्राणायाम होते है लेकिन उन सबको करने में समय ज्यादा लगता है, अगर आपके पास समय का अभाव है तो आप इस एक ही प्राणायाम से अपने शरीर और दिमाग को काफी बेहतर बना सकते हैं, ज्यादा नहीं तो सिर्फ 15 मिनट रोजाना करके तो देखें, आप खुद ही फर्क महसूस करेंगे।
दोस्तों, आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और आप अपने दिनचर्या में कपालभाति प्राणायाम को शामिल करके अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हुए अपने जिंदगी को भी बेहतर बनांयेंगे साथ ही इस आर्टिकल को भी अपने दोस्तों के साथ शेयर करके आगे बढ़ायेंगे।
धन्यवाद | शुक्रिया | मेहरबानी
आपका दोस्त / शुभचिंतक : अमित दुबे ए मोटिवेशनल स्पीकर Founder & CEO motivemantra.com