दिलों को जीतने की कला|लोगों को अपना दीवाना कैसे बनायें > इंसान इस दुनियाँ में पैदा होता है, पहले छोटा बच्चा फिर किशोर उसके बाद युवा और अंत में वृद्धावस्था को पार करते हुए एक दिन मृत्यु को प्राप्त करता हुआ इस दुनियाँ से चला जाता है और बचती क्या हैं उसकी यादें पूरे जीवन काल में उसने जो भी कर्म किया था वही उसकी यादों के रूप में हमारे बीच चर्चा का विषय होती हैं और वे दो ही प्रकार के होते हैं :
(1) वह बहुत अच्छा आदमी था। (2) वह बहुत बुरा आदमी था।
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दिलों को जीतने की कला
मित्रों, हमारा Website Motivation से सम्बंधित है और मै खुद एक Positive Thinker हूँ, तो जाहिर सी बात है कि हमारे किसी भी आर्टिकल में किसी भी नकारात्मक बात पर जोर नहीं दिया जाएगा इसलिए हम यहां पर भी सकारात्मकता की राह को पकड़ कर ही आगे बढ़ेंगे और ” वह बहुत अच्छा आदमी था ” इस पर ही चर्चा करेंगे।
आखिर अच्छे आदमी की पहचान क्या है……………………………………………………..?
वो कौन सी बातें होती हैं जो एक आदमी को औरों से अलग करती हैं………………….?
ऐसा क्या होता है कुछ लोगों में जो वे अपना प्रभाव आपके ऊपर छोड़ जाते हैं……….?
एक इंसान जो महफ़िल में आते ही माहौल को खुशनुमा बना देता है……………………..
उसकी बातों पर एकदम से लोग भरोसा कर लेते हैं…………………………………………..
आज के इस आर्टिकल में हम इन्ही बातों पर चर्चा करेंगे कि वो कौन सी खास बातें होती हैं जिन्हे अपना कर आप लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाकर उन्हें अपना मुरीद बना सकते हैं।
आपका व्यक्तित्व : हाँ दोस्तों, आपका व्यक्तित्व ही आपकी पहचान है। एक अच्छे व्यक्तित्व वाले व्यक्ति लोगों के ऊपर अपना प्रभाव छोड़ जाते हैं। साफ सुथरे कपडे, चेहरे पर नम्रता का भाव, मुस्कुराता हुआ चेहरा, हाथ मिलाकर सामने वाले का अभिवादन करना और उसका हालचाल पूछना अच्छे व्यक्तित्व वाले लोगों की पहचान होती है। और ऐसे लोगों को सभी लोग पसंद करते हैं।
आपकी ईमानदारी : ईमानदार व्यक्ति पर सभी भरोसा करते हैं क्योंकि ऐसे लोग किसी को धोखा नहीं देते हैं लोगों को ऐसे लोगों से दोस्ती बनाने में कोई हिचक नहीं होती है क्योंकि उन्हें इस बात का विश्वास रहता है कि यह व्यक्ति ईमानदार है अगर यह हमें कोई फायदा न भी पहुंचाये तो कम से कम इस बात का तो भरोसा रहता ही है कि यह हमें नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा। इसलिए ऐसे लोगों को लोग पसंद करते हैं और उन्हें अपना दोस्त बनाना चाहते हैं।
आपका नज़रिया : आप दुनियाँ को किस नज़र से देखते हैं, लोगों के प्रति आपका क्या नजरिया है, क्योंकि आपका नज़रिया ही है जो लोगों के बीच आपको अच्छे या बुरे की पहचान कराता है। जैसे एक पानी का आधा भरा हुआ गिलास, एक सवाल है कि – यह गिलास आधा भरा है या फिर आधा खाली है कोई कहेगा यह आधा ख़ाली है और कोई कहेगा यह आधा भरा है अगर सही मायने में देखा जाय तो दोनों ही पक्ष अपनी -अपनी जगह सही हैं लेकिन एक सकारात्मक व्यक्ति तो आधे भरे गिलास का ही जिक्र करेगा क्योंकि उसकी सोच सकारात्मक है। इसलिए आप भी खुद को सकारात्मक सोच वाला ही बनाकर रखें क्योंकि सकारात्मक लोगों की ओर लोग उम्मीद की नज़र से देखते हैं और उनके करीब रहने की कोशिश करते हैं।
दिलों को जीतने की कला|लोगों को अपना दीवाना कैसे बनायें
आपकी मुस्कराहट : मुस्कुराते हुए चेहरे को भला कौन पसंद नहीं करता हैं ये एक ऐसी चीज़ है जिसे हम जितना ही बाटतें हैं हमें उतना ही वापिस लौटकर मिलता है। मुस्कुराता हुआ चेहरा हमारे व्यक्तित्व में निखार लाता है, माहौल को खुशनुमा बना देता है और हमें लोगों के दिलों में बसाता है। लोग जब भी उस व्यक्ति के बारे में बात करते हैं तो उसकी अनुपस्थिति में भी उसका मुस्कुराता हुआ चेहरा हमारे सामने प्रस्तुत हो जाता है। और हमारे अंदर भी खुशनुमा का एहसास भर आता है अब सोचिये जिस इंसान के जिक्र मात्र से ही हमारे अंदर का माहौल खुशनुमा बन जाता है उसे भला कौन अपना दोस्त नहीं बनाना चाहेगा जाहिर सी बात है कि ऐसे लोगों को सभी अपना दोस्त बनाना चाहेंगे।
आपकी गंभीरता : अब सवाल यह है कि आप जब लोगों से मिलते हैं तो उन्हें गंभीरता से लेते हैं या नहीं क्योंकि हम जैसा लोगों के प्रति सोचते हैं लोग भी हमारे बारे में वैसा ही सोचते हैं। इसलिए सामने वाले की बात को गौर से सुनें और गंभीरता पूर्वक सही और सरल भाषा में जबाब दें। जब भी किसी से बात करें तो आपकी बातों में दम होना चाहिए कहीं ऐसा ना हो कि आपने जो भी बातें की हों उनका कोई मतलब ही ना निकलता हो इसलिए बेकार की बातों से बचने की कोशिश करें और जो भी बोलें उसे गंभीरता पूर्वक सोच विचार कर बोलें। क्योंकि एक गंभीर इंसान की बातों को लोग भी गंभीरता से लेते हैं और उस पर भरोसा भी करते हैं और ऐसे लोग दूसरे लोगों के दिलों में अपनी जगह आसानी बना लेते हैं साथ ही लोग ऐसे लोगों की इज़्ज़त भी करते हैं
अपनी अलग पहचान बनाएं : इस संसार में इतनी बड़ी जनसँख्या में आपको दो प्रकार के लोग मिलेंगे एक वो जो भीड़ में दिखने वाले होते हैं और दूसरे वो जो भीड़ से अलग दिखते हैं। भीड़ में दिखने वाले लोग साधारण श्रेणी में आते हैं और जो लोग भीड़ से अलग दिखते हैं वो खास लोगों की श्रेणी में आते हैं। अब आपको यह सुनिश्चित करना है कि आपको किस श्रेणी में अपने आप को अंकित कराना है जाहिर सी बात है कि आपको खुद को खास लोगों की श्रेणी में ही अंकित करना होगा। तो इसके लिए आप कोई ऐसा काम करें जो आपको औरों से अलग पहचान दिलाये इससे हर व्यक्ति आपसे प्रभावित होगा और आपको अपना दोस्त बनाने की कोशिश करेगा।
मित्रों, अभी तक हमने उन बातों पर focus किया है जो आपको लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाने में कामयाबी दिला सके। लेकिन अब हम आगे बढ़ेंगे और उन बातों पर focus करेंगे जो आपको लोगों की नज़र में बुरा बनने से रोके क्योंकि अगर हमें लोगों के बीच खुद को अच्छा साबित करना है तो हमें कुछ बातों को अपने जीवन से दूर भी करने होंगे।
तो आइये अब हम आगे बढ़ते हैं और उन बातों पर focus करते हैं जो हमें अपने जीवन से पूरी तरह निकाल देना चाहिए ताकि लोग हमें दिल से चाहें और हमारी इज़्ज़त करें।
आलोचना करने से बचें : ज़रा सोचियेगा अगर आपका कोई दोस्त आपके सामने ही आपकी आलोचना करता है जैसे – आपका रंग काला है, आपका कद छोटा है या इस तरह की कोई भी आपकी कमजोरी जो आप में है तो सही लेकिन आप उसे सुनना पसंद नहीं करते हैं लेकिन वही बात आपका दोस्त आपके सामने कर रहा है तो आपको कैसा लगता है…..? बहुत बुरा ना बिलकुल इसी तरह जब भी आप भी किसी की आलोचना करते हैं तो उसे भी ऐसा ही बुरा लगता होगा जैसा आपको लगा है इसलिए किसी की भी आलोचना ना करें ना ही उसके सामने और ना ही उसके पीठ पीछे क्योंकि क्योंकि पीठ पीछे कही गयी बातें भी एक दिन उस व्यक्ति तक पहुंच ही जाती हैं और फिर वह व्यक्ति मन ही मन आपसे नफ़रत करने लगता है।
बहस करने से बचें : अधिकतर ऐसा होता है कि हम किसी Topic पर चर्चा करते – करते कभी – कभी बड़े बहस की तरफ बढ़ जाते हैं इसमें दोनों पक्ष खुद को सही साबित करने में इतने मशगूल हो जाते हैं और एक दूसरे को बहुत सी भली – बुरी बातें भी कह देते हैं कभी हम बहस में हार जाते हैं तो कभी हम बहस में जीत जाते हैं। लेकिन इसके बात होता क्या है…..? अगर हम हार जाते हैं तो मन ही मन उस व्यक्ति से नफ़रत करने लगते हैं और अगर हम जीत जाते है तो मन ही मन वह व्यक्ति हमसे नफ़रत करने लगता है। दोस्तों जिस बहस का अंत नफ़रत हो तो ऐसे बहस से बचने की कोशिश हमें करनी चाहिए।
बेवजह झूठ बोलने से बचें : कुछ लोगों की आदत होती है बेवजह झूठ बोलना जैसे – अपनी इनकम ज्यादा बताना, बाजार से कपड़े खरीद कर लाये 2000 की और लोगों को बताते हैं 3000 की, गृहस्ती का कोई सामान लाये 18000 की और लोगों को बताते हैं 25000 की। इस तरह की बेवजह झूठ बोलने की आदत अच्छी नहीं होती है क्योंकि देर – सबेर यह हकीकत लोगों को पता चल ही जाती है क्योंकि लोग बेवकूफ नहीं हैं सबको सब पता होता है लेकिन आपके सामने अपनी बात को जाहिर नहीं होने देता है। ऐसे लोगों की बातों पर लोग कम भरोसा करते है और भविष्य में आपकी कही गयी सच बातों को भी वे संदेह के घेरे में लेते हैं और वे आपकी किसी भी बात को पूरा सच नहीं समझते हैं आपके द्वारा कही गयी किसी भी बात को वे हल्के में ले लेते हैं। इससे आपकी छवि को नुकसान पहुँचता है इसलिए बेवजह झूट बोलने से बचें।
मित्रों, अभी तक हमने यह जाना कि लोगों के दिलों पर राज करने के लिए हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए अब इससे आगे बढ़ते हुए हम कुछ उन बिंदुओं पर भी फोकस करेंगे जो सीधे हमारे व्यक्तित्व पर असर डालते हैं तो आइये उन बिंदुओं पर फोकस करते हैं >>>>>>>
- (1) हमें अपने आर्थिक नुकसान का ज्यादा प्रचार नहीं करना चाहिए अन्यथा लोग हमसे दूरी बनाने लगते हैं।
- (2) हमें लोगों की सच्ची तारीफ़ करनी चाहिए इससे लोग हमसे आकर्षित होते हैं और हमें अपना अच्छा दोस्त समझते हैं।
- (3) हमें लोगों को यह एहसास दिलाना चाहिए कि हम आपके सुख – दुःख के साथी हैं इससे लोग हमारा साथ पकड़ कर हमें छोड़ना नहीं चाहते हैं।
- (4) हमें अपने सगे सम्बन्धियों और दोस्तों के साथ निरंतर संपर्क रखना चाहिए इससे लोग हमें अपने करीब महसूस करते हैं और वे भी हमारा ख्याल रखते हैं।
- (5) जहाँ तक हो सके तो कभी भी किसी से भी बुरा बर्ताव ना करें क्योंकि यह दुनियाँ गोल है हर किसी की जिंदगी में उतार चढ़ाव आता ही है कभी भी किसी की भी बुरी परिस्थिति का मज़ाक ना उड़ाएं कहीं ऐसा ना हो कि जहां आज वह इंसान खड़ा हैं आने वाले समय में आप भी वहीं अपने आप को खड़े पा सकते हैं। इसलिए नम्रता को अपने जीवन में शामिल करें यह आपको एक अच्छा इंसान साबित करता है।
मित्रों, जहाँ तक मै समझता हूँ कि यह आर्टिकल आप लोगों को पसंद ही आया होगा और अगर इसमें कोई भी बात आपको अच्छी ना लगी हो तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें।
हम उन बिंदुओं पर गहराई से विचार करके आगे आने वाले किसी आर्टिकल में सुधार करने की कोशिश करेंगे। आपका सुझाव हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
आज के लिए सिर्फ इतना ही अगले आर्टिकल में हमारी फिर मुलाकात होगी तब तक के लिए…..
जय हिन्द……………………….जय भारत
अपना बहुत – बहुत खयाल रखियेगा
आपका दोस्त/शुभचिंतक………… अमित दुबे ए मोटिवेशनल स्पीकर
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